महाराष्ट्र और झारखंड, दोनों ही राज्यों के नतीजे 23 नवंबर 2024 को साफ होंगे, लेकिन उससे पहले अलग-अलग मीडिया चैनल अपने अनुमानों से नतीजों की तस्वीर दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
एक तरफ उलेमा बोर्ड ने अपना समर्थन देने के लिए ये सारी शर्तें रखी हैं तो दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि एनसीपी नेता शरद पवार ने इन सभी स्थितियों पर संज्ञान लिया है।
महाराष्ट्र में बढ़ती मुस्लिमों की आबादी का परिणाम क्या होता है ये मई-जून में हुए लोकसभा चुनावों में हमने देखा था। तब भी मुस्लिमों को इसी तरह एकजुट करके वोट कराया गया था।