एनजीटी को जो रिपोर्ट भेजी गई है, उसे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त टीम ने मामले की जाँच के बाद तैयार किया था। इस टीम को जाँच के निर्देश कमिश्नर यशवंत राव ने दिए थे, जिन्होंने जाँच रिपोर्ट एनजीटी को भेज दिए जाने की भी पुष्टि की है।
आजम खान के बेटे और सपा विधायक अब्दुल्ला आजम ने सरकारी नाले की करीब एक हजार वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जा करके रिजॉर्ट बनाया था। उत्तर प्रदेश प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए रिजॉर्ट के अवैध हिस्से को जमींदोज कर दिया।
आज़म ख़ान के ख़िलाफ़ जिस समय यह कार्रवाई की गई थी, उस समय वो मास्टर ऑफ़ लॉ की पढ़ाई कर रहे थे और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के सचिव भी थे।
BJP नेता आकाश का दावा है कि आजम खान रामपुर के लोगों को झूठी कहानी सुनाते हैं। उन पर आपातकाल के दौरान आंदोलन में भाग लेने की वजह से कार्रवाई नहीं हुई थी। बल्कि उनके अमर्यादित आचरण के कारण उन्हें AMU से निष्कासित कर दिया गया था।
आजम खान ने कहा कि चुनाव में भाजपा के खिलाफ मजबूत विपक्ष के रूप में खड़े होने के लिए BSP-SP में समझौता हुआ था। सभी लोग जानते हैं कि दलित वोट बैंक एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
आजम खान ने कहा कि कि पासपोर्ट में एक गलती से यह मतलब नहीं है कि उनके सम्बन्ध लादेन से हैं। दरअसल, अब्दुल्ला आजम दो जन्मतिथियों के मामले में फँस गए हैं। उनके खिलाफ धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया गया था।
आजम खान और उनके विधायक बेटे अब्दुल्ला को सुरक्षा के लिहाज से गनर मिले हुए हैं, लेकिन दोनों बाप-बेटे जानबूझकर उन्हें साथ लेकर नहीं चलते। पुलिस ने आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला को गनर को साथ लेकर चलने का निर्देश दिया है।
अभी तक तकरीबन 300 चोरी की किताबें मिल चुकी हैं। ये किताबें 100 से 150 साल पुरानी हैं। 1774 में रामपुर के आलिया मदरसे से चोरी की गईं प्राचीन किताबें जौहर यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी से बरामद हुई हैं।
जिला प्रशासन ने सरकारी जमीन के एक बड़े हिस्से को कब्जाने का आरोप लगाया है। इस जमीन पर लक्ज़री गेस्ट हाउस का निर्माण किया गया है। सपा सांसद आजम खान के खिलाफ सरकारी और किसानों की कृषि योग्य भूमि हथियाने के सिलसिले में लगातार मामले दर्ज किए जाने के बाद उनको भूमाफिया घोषित कर दिया गया है।
25 जुलाई को लोकसभा में ट्रिपल तलाक बिल पर पर चर्चा के दौरान सदन की अध्यक्षता कर रहीं बीजेपी सांसद रमा देवी पर सपा नेता आज़म ख़ान ने अभद्र टिप्पणी की थी। भद्दी टिप्पणी से अध्यक्षता कर रहीं सांसद थोड़ी देर के लिए असहज हो गई थीं।