पात्रा चॉल घोटाला एक ऐसा स्कैम है जहाँ सरकार ने निजी कंपनी को गरीबों के घर के पुनर्विकास का काम दिया, लेकिन कंपनी ने मोटी रकम कमाने के लिए उसे बेच डाला।
विशेषज्ञ इसे परमाणु बम की तरह ही खतरनाक मानते हैं, क्योंकि Deepfake की सहायता से किसी भी देश की राजनीति या पोर्न के माध्यम से किसी की ज़िन्दगी में भूचाल लाया जा सकता है।
इस बीमारी में ऐसा नहीं होता कि मरीज दिन या रात को सोए बल्कि सेकंडरी या एक्सिस हायपरसोम्निया का मरीज कई-कई दिनों तक सोता ही रहता है, जैसा कि पुरखाराम के मामले में दिखाई दिया।