Sunday, July 13, 2025

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Judiciary

खदीजा शेख को जमानत क्योंकि जेल में रहती तो ‘जिंदगी हो जाती बर्बाद’, शर्मिष्ठा पर कहा- आसमान नहीं टूट जाएगा: क्या अभिव्यक्ति की आजादी...

क्या न्यायपालिका धर्म के आधार पर फैसले ले रही है? खदीजा की अभिव्यक्ति को माफी, शर्मिष्ठा की को सजा क्यों? जनता का भरोसा डगमगा रहा है।

CJI ने राष्ट्रपति और PM को भेजी जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ जाँच रिपोर्ट, कैश मिलने की पुष्टि फिर भी इस्तीफा देने से किया...

भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना ने आंतरिक जाँच समिति की रिपोर्ट राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भेज दी है। नहीं दे रहे इस्तीफा।

जगदीप धनखड़ ‘कु*#%’, हामिद अंसारी ‘संविधान के रक्षक’: TOI से लेकर The Wire तक पड़े उप-राष्ट्रपति के पीछे, जब आया महाभियोग तब कहाँ गई...

राज्यसभा में उप-राष्ट्रपति नीति-निर्माण की प्रक्रिया को संचालित करते हैं, ऐसे में उन्हें संवैधानिक मसलों पर बोलने का हक़ कैसे नहीं? TOI और The Wire को समझना चाहिए कि कई पूर्व जजों ने न्यायपालिका में पारदर्शिता की बात की है।

उर्दू साइनबोर्ड में ‘गंगा-जमुनी तहजीब’, हिजाब में ‘मुस्लिम लड़कियों की सुरक्षा’: मिलिए जस्टिस सुधांशु धूलिया से, परिचित होइए उनकी न्यायिक भावुकता से

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस धूलिया बताना चाह रहे थे कि हिजाब पहनकर एक रूढ़ीवादी परिवार की लड़की स्कूल जा रही है, यह बहुत बड़ी बात है।

बलात्कारियों से सहानुभूति और रेप पीड़िताओं को दोषी ठहराने की प्रवृत्ति: भारत की अदालतें खोज रहीं नए-नए तरीके, अपराधियों की जमानत के कई खतरे

न्यायपालिका जब पीड़ितों को उनके मित्रों से मिलने या 'पर्याप्त' प्रतिरोध नहीं करने के लिए दोषी ठहराती हैं तो स्थिति और भी खराब हो जाती है।

लोकसभा स्पीकर के बराबर हैं CJI, फिर राष्ट्रपति को आदेश दे सकता है सुप्रीम कोर्ट? जानिए क्या है आर्टिकल 142, उपराष्ट्रपति ने क्यों बताया...

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संविधान के अनुच्छेद 142 को अदालतों का परमाणु मिसाइल बताया है। जानिए क्या कहता है यह अनुच्छेद।

वक्फ बोर्ड पर याचिका कबूल नहीं, वक्फ कानून पर डायरेक्ट सुनवाई: अयोध्या पर प्रमाण माँगने वाले पूछ रहे – 1500 साल पुरानी मस्जिद कहाँ...

कश्मीर से हिन्दुओं को भगा दिया गया, तो क्या उनकी संपत्तियाँ 'वक़्फ़ बाय यूजर' हो गईं? कल को मुर्शिदाबाद में भी यही होगा। सुप्रीम कोर्ट हिन्दुओं के मामले में क्यों माँगता है काग़ज़?

जस्टिस यशवंत वर्मा पर अब तक क्यों नहीं हुई FIR, क्या है वी रामास्वामी केस, क्यों सारी शक्ति CJI के हाथ: जानिए सब कुछ

सरकारी आवास में भारी मात्रा में अवैध नकदी मिलने के बावजूद जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ FIR नहीं हुई, जानिए क्यों।

बस कहने को है ‘कानून की नजर में सब बराबर’, जान लीजिए जस्टिस यशवंत वर्मा की जगह आपके घर में लगी आग में जले...

जस्टिस वर्मा के घर अवैध नकदी मिलने के बाद उनके खिलाफ आंतरिक जाँच चल रही है। अगर जस्टिस वर्मा की जगह कोई सामान्य आदमी होता तो तब क्या होता?

न्यायपालिका में सुधार के लिए आया NJAC, पर सुप्रीम कोर्ट ने ही कर दिया खारिज: जज ही जज नियुक्त करेंगे, जज ही जज की...

सुप्रीम कोर्ट में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी है। उस पर भाई-भतीजावाद के भी आरोप लगते रहते हैं। इसको देखते हुए न्यायिक सुधार की जरूरत है।

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