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Lal Krishna Advani
वो यात्रा, जो न होती तो राम-राम कहना भी होता अपराध… जब ‘अधर्म’ वाले कानूनों के खिलाफ मैसूर से निकले थे आडवाणी, नक्सलियों के...
1993 में लालकृष्ण अडवाणी 'जनादेश यात्रा' पर निकले। मैसूर से यात्रा शुरू हुई। यात्रा की सफलता ये रही कि देश 'अधर्म' वाले काले कानूनों से बच गया।
लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न: PM मोदी बोले – राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक पुनरुत्थान की दिशा में उनका प्रयास अद्वितीय, उनके साथ काम करना...
पीएम मोदी ने कहा कि पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा के प्रति अटूट पारदर्शिता उनकी पहचान रही, उन्होंने राजनीतिक शुचिता का एक अनुकरणीय मानक स्थापित किया।
जब रामरथी आडवाणी के लिए सड़क पर उतर गईं प्रोफेसर शारदा सिन्हा, समस्तीपुर के सर्किट हाउस में ही छठ करने को तैयार थीं महिलाएँ
अजीत झा -
सोमनाथ से अयोध्या के लिए निकली जिस रथ यात्रा के पहिए तुष्टिकरण की राजनीति ने बीच में ही रोक दिए उसने भारत की राजनीति को ही बदल दिया।
नरेंद्र मोदी को भगवान श्रीराम ने ही चुना, प्राण प्रतिष्ठा से पहले बोले आडवाणी: कहा- नियति ने तय कर लिया था अयोध्या में मंदिर
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि नियति ने बहुत पहले ही तय कर दिया था कि अयोध्या में राम मंदिर ही बनेगा।
‘लाल कृष्ण आडवाणी का आना जरूरी, सब चाहते हैं वे आएँ’: रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के साक्षी बनेंगे ‘रामरथी’, 22 जनवरी को अयोध्या में होंगे
22 जनवरी 2024 को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। बीजेपी के वयोवृद्ध नेता लाल कृष्ण आडवाणी भी इस अवसर के साक्षी बनेंगे।
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का न्योता लेकर आडवाणी-जोशी के द्वार पर VHP, कहा – अयोध्या आने का प्रयास करेंगे: चंपत राय ने उम्र का दिया...
आडवाणी-जोशी ने आश्वासन दिया है कि वो 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में आयोजित राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने का पूरा प्रयास करेंगे।
4000 साधु-संत, 2200 विशिष्ट जन… रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में होंगे शामिल, आडवाणी-मुरली मनोहर की उम्र बनी बाधा: गुजरात से अयोध्या तक रथ यात्रा भी
4000 साधु-संतों और 2200 विशिष्ट जनों को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का आमंत्रण भेजा गया है। बलिदानियों के परिवारों को भी बुलाया गया है।
फ्रेंच किताबें और अंग्रेजी सिनेमा देखने वाला ‘लाल कॉटेज’ का लाल ऐसे बन गया हिंदुत्व का सबसे बड़ा नायक: कहानी तब की जब ‘पाकिस्तान’...
मात्र 17 वर्ष की उम्र में एक शिक्षक के रूप में उन्होंने अपनी पहली नौकरी की, तब उनके कई छात्र उनकी ही उम्र के थे। लालकृष्ण आडवाणी के बारे में जानिए रोचक बातें।
वो रथयात्रा जिसकी धूल लोग सर से लगाते थे… करिश्मा ऐसा कि गाँधी-नेहरू भी फीके: 96 के हुए लालकृष्ण आडवाणी, बोले PM मोदी –...
दिल्ली में बैठ कर मानसून के जाने और मशहूर गुलाबी ठंड आने का इंतजार कर रहे राजनीतिक पत्रकार और पंडित चकित थे। आडवाणी के सामने नेहरू-गाँधी फीके थे।
95 के हुए भारतीय राजनीति के ‘रथी’: जिन्हें रोक ‘मुस्लिमों का मसीहा’ बनने की लालू-मुलायम में लगी थी होड़, मंजिल तक पहुँचे बगैर खोद...
अजीत झा -
राम मंदिर को राष्ट्र की सांस्कृतिक चेतना और संकल्प का हिस्सा बता फूँकी गई उस रथ यात्रा के बिगुल को याद करने के लिए 8 नवंबर से बेहतर दिन नहीं हो सकता। आज आडवाणी 95 साल के हो गए हैं।