शपथ के दौरान हुई नारेबाजी पर ओवैसी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये अच्छी बात है कि भाजपा को उन्हें देख राम की याद आई। उम्मीद है भाजपा वालों को संविधान और मुजफ्फरपुर में बच्चों की होती मौत याद रहेगी।
पहले दिन सांसदों ने जम कर 'भारत माता की जय' के नारे लगाए और जब आसनसोल से चुने गए बाबुल सुप्रियों ने शपथ लिया, तब सदन में 'जय श्री राम' के नारे गूँजे। अभी तक विपक्षी पार्टी कॉन्ग्रेस ने सदन में अपने नेता के नाम की घोषणा नहीं की है।
नियमों का हवाला देते हुए भाजपा सांसद को भोजपुरी में शपथ लेने की अनुमति नहीं दी गई। पहले बार सांसद बने नकुल नाथ को संसद तक छोड़ने ख़ुद उनके पिता कमलनाथ पहुँचे। संसद सत्र के पहले दिन और क्या-क्या हुआ, जानिए यहाँ।
नवनिर्वाचित लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से शुरू होकर 26 जुलाई तक चलेगा। इस बीच 5 जुलाई को प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली नई सरकार अपना बजट पेश करेगी। 40 दिन तक चलने वाले इस सत्र में 30 बैठकें होंगी।
इस बैठक में भी नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुना जाएगा। इसके बाद मंत्रिमंडल गठन और पोर्टफोलियो को लेकर अमित शाह कल और परसो अलग-अलग एनडीए सहयोगियों के साथ भी विचार विमर्श करेंगे।
यूपीए अध्यक्षा सोनिया गाँधी के साथ बैठे मुलायम ने जैसे ही पीएम मोदी के बारे में ऐसा कहा, लोकसभा में 'जय श्री राम' के नारे गूँजने लगे। उनके बगल में बैठी सोनिया गाँधी इस दौरान इधर-उधर देखने लगीं।
"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद में दिया गया जवाब सरकार के पांच वर्षों के काम का 'रिपोर्ट कार्ड' है। क्या कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेता प्रधानमंत्री के भाषण में दिए गए तथ्यों का जवाब देंगे या फिर केवल नारों और झूठ का सहारा लेते रहेंगे।"
राष्ट्रपति कोविंद ने कृषि, कालाधन, भ्रष्टाचार, जम्मू-कश्मीर, रोज़गार जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों को गिनाया। राष्ट्रपति के अभिभाषण के मुख्य बिंदु...