पेपर में लिखा गया, "...अल्लाह के शरण में जाना मेरे मन को शांत करता है और साथ ही मुझे एक समझ देता है कि चीजों के होने का उद्देश्य क्या था जो मुझे कहीं और से नहीं पता चलता।"
मंगल ग्रह पर जीवन की संभावना को लेकर जहाँ इस रिसर्च ने एक रौशनी डाली है। वहीं ये सवाल अब भी उठता है कि आखिर मंगल ग्रह पर कम ग्रैविटी के साथ लोग शारीरिक संबंध कैसे बना सकते हैं?
आज के लोगों के लिए ये स्वीकार करना कठिन है कि उनके पूर्वज पूर्णतया माँसाहारी थे। लेकिन, हड्डियों में मौजूद 'Stable Isotopes' और पेट में एसिड की अत्यधिक मात्रा इसकी पुष्टि करती है।