Wednesday, June 26, 2024

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ISRO की नई उपलब्धि, अब एक ही रॉकेट बार-बार उपयोग होगा, प्रयोग में पाई सफलता: फाइटर जेट की तरह उतरा RLV-LEX3

इसे रनवे से 4.5 किलोमीटर दूर हवा में छोड़ दिया गया था। इसके बाद यह स्वयं अपने सिस्टम चालू करके आटोमेटिक तरीके से रनवे पर लैंड कर गया।

पेपरलीक की खबरों के बीच शिक्षा मंत्रालय ने पूर्व ISRO चीफ की अध्यक्षता में बनाई हाई लेवल कमिटी, प्रतियोगी परीक्षाओं की निष्पक्षता को लेकर...

समिति परीक्षा प्रक्रिया के तंत्र में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी की संरचना और कार्यप्रणाली पर सिफारिशें करेगी।

‘जिस दिन होना था Aditya-L1 लॉन्च, उस दिन पता चला मुझे कैंसर है’: ISRO चीफ एस सोमनाथ का खुलासा, बोले- सारे मिशन पूरे करके...

इसरो चीफ एस सोमनाथ ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि जिस दिन भारत के बहुप्रतीक्षित सूर्य मिशन पर आदित्य एल1 को रवाना होना था, उसी दिन उन्हें कैंसर होने का पता चला।

ISRO लॉन्च करने जा रहा ‘नॉटी बॉय’, प्रक्षेपण से पहले मंदिर में हुई पूजा-अर्चना: इनसैट सीरिज की है ये तीसरी सैटेलाइट

इसरो चीफ एस सोमनाथ इनसैट-3डीएस की सफल लॉन्चिंग से पहले आँध्र प्रदेश के सुल्लुरपेट में श्री चेंगलम्मा मंदिर में पहुँचे और मंदिर के भीतर पूजा पूाठ की।

ISRO में नहीं होता लैंगिक भेदभाव, सीनियर्स ने हमेशा सपोर्ट किया : Aditya L-1 मिशन को जिस महिला ने किया कामयाब, जानें उनकी कहानी

आदित्य एल-1 प्रोजेक्ट को ISRO में निगार शाजी ने लीड किया। उन्होंने 8 साल तक मेहनत करके इसकी सफलता सुनिश्चित की।

मंजिल तक पहुँच गया ‘आदित्य L1’, ISRO का पहला सूर्य मिशन सफल: PM मोदी बोले – ये हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का परिणाम

पीएम मोदी ने कहा कि ये सफलता जटिल अंतरिक्ष अभियानों को सफल बनाने वाले हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का परिणाम है। लैंग्रेज पॉइंट तक पहुँचा'आदित्य L1'.

2024 की पहली सुबह इसरो ने भरी XPoSat उड़ान, पृथ्वी की कक्षा में सैटेलाइट स्थापित: न्यूट्रॉन तारों और ब्लैक होल का खोलेगा राज

भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संसथान (ISRO) ने 1 जनवरी, 2024 को सुबह 9:10 बजे अपने रिसर्च सैटेलाईट XPoSAT सैटेलाईट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है।

‘आदित्य L1’ ने शुरू किया सौर हवाओं का अध्ययन, अंतरिक्ष में मौसम से लेकर धरती पर इसके प्रभाव का भी पता चलेगा: ISRO ने...

ASPEX में अत्याधुनिक उपकरण लगे हुए हैं। जैसे - सोलर विंड आयन स्पेक्ट्रोमीटर (SWIS), सुप्राथर्मल एन्ड एनर्जेटिक पार्टिकल स्पेक्ट्रोमीटर बिना किसी व्ययधान के काम कर रहा है।

चंद्रयान-3 के लॉन्च व्हीकल का एक हिस्सा हुआ अनियंत्रित, पृथ्वी की कक्षा में फिर हुआ दाखिल: ISRO बोला- उत्तर प्रशांत महासागर में गिरेगा

चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग व्हीकल का ऊपरी हिस्सा अलग होकर अनियंत्रित हो गया है। ISRO ने बताया कि यह उत्तर प्रशांत महासागर में गिरेगा।

‘मेरा ईश्वर से विशेष जुड़ाव’: विजयादशमी पर ISRO प्रमुख ने भद्रकाली मंदिर में कराया बच्चों का ‘विद्यारंभम’, बोले – ये हमारी संस्कृति का हिस्सा,...

'चंद्रयान 3' की सफलता और सफल 'गगनयान' ट्रायल के बाद विजयादशमी पर ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने ईश्वर के साथ अपने एक ख़ास कनेक्शन की बात करते हुए कहा कि उनके हमेशा मंदिर आने का कारण यही है।

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