Monday, October 14, 2024
Homeविविध विषयअन्य'जिस दिन होना था Aditya-L1 लॉन्च, उस दिन पता चला मुझे कैंसर है': ISRO...

‘जिस दिन होना था Aditya-L1 लॉन्च, उस दिन पता चला मुझे कैंसर है’: ISRO चीफ एस सोमनाथ का खुलासा, बोले- सारे मिशन पूरे करके ही दम लूँगा

ISRO चीफ एस सोमनाथ ने बताया कि आदित्य एल1 की लॉन्चिंग वाली सुबह मैंने चेकअप कराया और मुझे मालूम हुआ कि मुझे कैंसर है

जिंदादिली और जीवटता क्या होती है, ये आप एस सोमनाथ को जानकर समझ सकते हैं। एक तरफ भारत अपने अब तक के सबसे महत्वकाँक्षी प्रोजेक्ट आदित्य एल1 की लॉन्चिंग की राह देख रहा था, तो दूसरी तरफ आदित्य एल1 की लॉन्चिंग के दिन ही उन्हें कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का पता चला। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बताया कि फ़िलहाल दवाएँ चल रही हैं। सर्जरी के कुछ दिनों बाद सब ठीक हो गया। उन्होंने कहा हालाँकि इस जंग को अभी और लड़ना है लेकिन मुझे भरोसा है कि मैं यह जंग जीत लूँगा।

सोमनाथ ने एक इंटरव्यू में इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि चंद्रयान-3 मिशन के दौरान महसूस हुआ कि मुझे कुछ स्वास्थ्य समस्या है। मुझे कुछ क्लियर नहीं था। लेकिन आदित्य एल1 की लॉन्चिंग वाली सुबह मैंने चेकअप कराया और मुझे मालूम हुआ कि मुझे कैंसर है। इससे वो और उनका परिवार दोनों परेशान हो गए थे। उन्होंने बताया कि इस समय हम सभी लोग एक महत्वपूर्ण मिशन में लगे हुए थे, ऐसे में मैंने खुद को संभाला।

2 सितंबर 2023 को भारत का पहला सूर्य मिशन आदित्य एल-1 ने अपनी यात्रा शुरू की थी। इसी दिन एस सोमनाथ रूटीन चेकअप के लिए गए थे। इसी दौरान उनके पेट में कैंसर का पता चला। डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें यह बीमारी जेनेटिक हुई है। इसके बाद सर्जरी की गई। फिर कीमोथैरिपी चलती रही। उन्होंने बताया कि इस दौरान उनका परिवार बेहद परेशान हो रहा था।

अपनी बीमारी पर ताजा अपडेट देते हुए एस सोमनाथ ने बताया कि फ़िलहाल दवाएँ चल रही हैं। सर्जरी के कुछ दिनों बाद सब ठीक हो गया। उन्होंने बताया कि वो नियमित स्कैन और चेकअप करवा रहे हैं। उनका पूरा ध्यान अब इसरो के अगले मिशनों पर है।

साल 2022 में बने थे इसरो के प्रमुख

बता दें कि एस सोमनाथ ने 14 जनवरी 2022 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का अध्यक्ष पद संभाला था। उनका पूरा नाम श्रीधर पणिक्कर सोमनाथ हैं। उन्होंने 14 जनवरी, 2022 को अंतरिक्ष विभाग के सचिव और अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष का पदभार संभाला था। इससे पहले, वह विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) के निदेशक थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

घुसपैठ कर हरियाणा में बसे ही नहीं हैं रोहिंग्या मुस्लिम, चला रहे मदरसे भी: मौलवी बोले- हम ब्लैक में म्यांमार से आए, भारत में...

हरियाणा के मुस्लिम बहुत मेवात क्षेत्र के नूहं में म्यामांर से आए हुए रोहिंग्या मुस्लिमों की एक बड़ी आबादी अवैध रूप से रह रही है।

कबाड़ का काम करने गया पुणे, अब मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या में धराया: कूरियर से शूटर्स को मिले हथियार-पैसे, लॉरेंस बिश्नोई के...

बाबा सिद्दीकी की हत्या को अंजाम देने वाले अपराधियों का संबंध कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है। बिश्नोई गैंग ने फेसबुक पर हत्याओं की जिम्मेदारी ली है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -