सैयद आसिम अली पर हत्यारों के संपर्क में रहने और उन्हें कानूनी सहायता उपलब्ध कराने का आरोप है। सर्वोच्च न्यायालय का मानना है कि उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है।
फैजान की गिरफ्तारी के बाद से सुरक्षा एजेंसियों को लगातार बड़ी जानकारियाँ मिल रही हैं। एटीएस की पूछताछ में पता चला है कि फैजान पाकिस्तानी आतंकियों के कॉन्टैक्ट में था और वो वीडियो के जरिए भी बम बनाने की ट्रेनिंग ले रहा था।