राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने जम्मू कश्मीर के गुर्जर मुस्लिम गुलाम अली को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया था। लेकिन रोहिणी सिंह और कॉन्ग्रेस नेता को लगा वो गुलाम नबी आजाद हैं।
मनीष तिवारी ने कहा है कि कॉन्ग्रेस नेताओं के 'चपरासी' जब पार्टी के बारे में ज्ञान देते हैं तो हँसी आती है। उसके बाद से पूछा जा रहा है कि चपरासी आखिर हैं कौन?
गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद 5 अन्य कॉन्ग्रेसी नेताओं ने पार्टी को छोड़ा। उन्होंने ये इस्तीफे आजाद के समर्थन में दिए। वहीं आजाद ने कहा कि वो अब नई पार्टी बनाएँगे।
आनंद शर्मा ने कहा कि कॉन्ग्रेस में लगातार उनका अपमान हो रहा था। इसलिए स्वाभिमानी होने के कारण उन्होंने चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया।