956 साल पहले 30 दिसंबर 1066 को ग्रेनाडा में मुस्लिम भीड़ ने यहूदियों का नरसंहार किया था। उन्होंने एक व्यक्ति की गलती की सजा में सभी यहूदियों के घरों पर हमला किया था।
अंग्रेजों ने बनाए कुछ मुस्लिम नेता, जिन्होंने 'काफिर राजा' के विरुद्ध कुरान का हवाला देकर मुस्लिमों को भड़काया। फिर संगठित ढंग से हिन्दुओं का नरसंहार हुआ और उनकी दुकानें-घर लूट लिए गए। अंततः 'बुद्धिजीवियों' ने इस इस्लामी दंगे को 'सामंती राजा के खिलाफ जनता का विद्रोह' बता कर दंगाइयों को श्रद्धांजलि देनी शुरू कर दी।