सीएए विरोध के नाम पर हो रही हिंसाओं से चिंतित देश के 154 पूर्व जजों और अधिकारियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिख कर हिंसा करने वालों के ख़िलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की हैं। साथ ही इन्होंने आशंका जताई है कि इस विरोध के नाम पर प्रदर्शनकारियों द्वारा देश को तोड़ने की साजिश रची जा रही है।
सम्मानित बच्चों में जम्मू के सौम्यदीप जाना भी शामिल है। सौम्यदीप ने आतंकवादियों के हमले से अपनी माँ और बहन को बचाया था। इस दौरान सौम्यदीप को कई गोलियाँ लगीं। वह कोमा में रहा और करीब 6 महीने से ज्यादा तक समय तक अस्पताल में रहा।
द क्विंट के चार पत्रकारों को रामनाथ गोयनका अवॉर्ड दिया गया। जिसमें से एक यौन शोषण का आरोपित है, तो दूसरी के खिलाफ सेना के एक जवान को आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए आरोप लगा था।
“पत्रकारिता एक कठिन दौर से गुजर रही है। फर्जी खबरें नए खतरे के रूप में सामने आई हैं, जिसका प्रसार करने वाले खुद को पत्रकार के रूप में पेश कर इस महान पेशे को कलंकित करते हैं।”
एक तरफ शिवसेना अपनी सत्ता में साझीदार कॉन्ग्रेस और एनसीपी को ख़ुश रखने में लगी है, वहीं दूसरी तरफ़ वो भाजपा को देशहित और हिंदुत्व के मुद्दों पर अकेले क्रेडिट लेने भी नहीं देना चाहती। मौजूदा स्थिति में पार्टी पेंडुलम की तरह हो गई है- कभी इधर तो कभी उधर।
सभी दोषियों पर लम्बी कानूनी लड़ाई के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने घटना के दोषियों को फाँसी की सज़ा सुनाई थी, इसके बाद 29 अक्टूबर जेल प्रशासन ने चारों दोषियों को दया याचिका पर अर्जी देने के लिए सात दिन का वक़्त दिया था।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के एक रिश्तेदार को वाट्सअप कॉल पर बम से उड़ाने की धमकी मिली है। जिस नंबर से कॉल आया, वो पाकिस्तानी नंबर था। राष्ट्रपति कोविंद के रिश्तेदार को ये धमकी उस समय दी गई, जब राष्ट्रपति कानपुर जाने वाले हैं।
विपक्षी दलों ने संसद के संयुक्त सत्र का बहिष्कार करते हुए महाराष्ट्र मामले को लेकर प्रदर्शन किया। इसमें कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और मनमोहन सिंह भी शामिल हुए।
इस कानून की खासियत यह है कि टैप की हुई टेलीफोन बातचीत को अब एक वैध सबूत माना जाएगा। इससे शराब की तस्करी, फिरौती, जालसाजी जैसे संगठित अपराधों पर शिकंजा कसने की उम्मीद है।