कठुआ की तहसील नगरी से सटे कल्याणपुर पदरी में शनिवार सुबह पुलिस और प्रशासन की टीम सरकारी जमीन पर बनी मस्जिद हटाने पहुँची थी, जिस पर भीड़ ने हमला बोल दिया।
किसी का घर लूट लिया गया, किसी की दुकान में ताला जड़ दिया गया, तो कहीं भाजपा का दफ्तर ही फूँक दिया गया। पलायन को मजबूर कार्यकर्ता पार्टी के दफ्तरों में बिता रहे रात।
पश्चिम बंगाल में हिंसा का आरोप सत्ताधारी दल पर ही है, अर्धसैनिक बल भी 4 जून के बाद उनके ही हाथ में रहेंगे - ऐसे में क्या गारंटी है कि हिंसा के मामलों में निष्पक्ष कार्रवाई होगी?