गुजरात के वडोदरा की रहने वाली क्षमा बिंदु (Kshama Bindu) ने खुद से शादी कर ली है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर शादी की फोटो शेयर कर इसकी जानकारी दी है। गुरुवार (9 जून 2022) को अपनी दुल्हन वाली फोटो के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा है, “खुद से मोहब्बत में पड़ गई, कल मैं अपनी ही दुल्हन बन गई।”
24 वर्षीय क्षमा ने 8 जून को बिना दूल्हे के सात फेरे लिए। खुद ही अपनी माँग में सिंदूर भरा। खुद से ही मंगलसूत्र पहना। देश में इस तरह की यह पहली शादी (Sologamy marriage) बताई जाती है। यही नहीं वह शादी के बाद हनीमून पर भी जाएँगी। हनीमून के लिए उन्होंने गोवा को चुना है।
क्षमा बिंदु ने खुद के साथ वैवाहिक बंधन में बँधने से पहले शादी के दौरान होने वाली सभी पारंपरिक रस्मों को भी निभाया है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर हल्दी, मेहंदी की रस्में निभाने वाली तस्वीरें भी शेयर की हैं। क्षमा ने शादी की फोटो शेयर करने के बाद लिखा, “घर के बाहर नो मीडिया के बोर्ड के बाद भी मीडिया मेरे घर पर आ रही है। कृपया यहाँ न आएँ, मैं कोई ऑफलाइन इंटरव्यू नहीं दूँगी। अगर आप लोग फिर भी आएँगे तो मैं अपना फ्लैट खाली कर दूँगी। मेरी कल शादी हुई है, मुझे एन्जॉय करने दीजिए।”
क्षमा ने बताया था कि वह भी दूसरी लड़कियों की तरह दुल्हन बनने का सपना देखती हैं, लेकिन वह किसी लड़के से शादी नहीं करना चाहती हैं। इसलिए बिना दूल्हे के शादी रचाने के बारे में सोचा। क्षमा इसे आत्मनिर्भरता और खुद से प्रेम की ओर एक कदम मानती हैं।
हालाँकि, क्षमा का खुद से शादी करने का कॉन्सेप्ट नया था, फिर भी उन्होंने अपने माता-पिता को इसके लिए राजी कर लिया है। वह कहती हैं, “हम शादी उससे करते हैं जिससे हम प्यार करते हैं, मैं खुद से प्यार करती हूँ इसलिए खुद के साथ शादी करूँगी।”
क्या होता है सोलोगैमी विवाह?
सोलोगैमी या ऑटोगैमी उस व्यक्ति को कहा जाता है, जो खुद से शादी करता है। इस तरह की शादियों का कोई डेटा नहीं रखा जाता है। इस तरह की शादियों को ट्रैक करना काफी मुश्किल होता है। वहीं इस तरह की शादी को कानूनी रूप से भी मान्यता भी नहीं मिलती है।
बता दें कि एमएस यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र में ग्रेजुएट होने के बाद क्षमा एक प्राइवेट फर्म आउटसोर्सिंग मैनपावर के लिए काम करती है। क्षमा ने यह जानने के लिए ऑनलाइन रिसर्च भी किया था कि क्या किसी भारतीय महिला ने पहले भी खुद से शादी की है, लेकिन उन्हें ऐसा कोई नहीं मिला। उन्होंने कहा, “शायद मैं अपने देश में आत्म-प्रेम का एक उदाहरण स्थापित करने वाली पहली लड़की हूँ।”