Wednesday, June 26, 2024
Homeव्हाट दी फ*नबाब खाँ की बकरी ने जन्मा इंसान जैसा दिखने वाला मेमना, चेहरा किसी चश्मा...

नबाब खाँ की बकरी ने जन्मा इंसान जैसा दिखने वाला मेमना, चेहरा किसी चश्मा लगाए बुजुर्ग जैसा: सिरिंज से पिलाया जा रहा दूध, माँ नहीं आने दे रही पास

वीडियो में देखा जा सकता है कि उसकी आँखें, इंसानों की तरह बिल्कुल एक दूसरे के अगल-बगल हैं और उनके आसपास काला घेरा है जो किसी चश्मे जैसा दिख रहा है।

मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के सिरोंज से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक बकरी ने इंसान की तरह दिखने वाले बच्चे को जन्म दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पालतू बकरी सिरोंज तहसील के सेमल खेड़ी गाँव के नबाब खाँ की है। नबाब खाँ की बकरी के बच्चे का चेहरा चश्मा लगाए बुजुर्ग जैसा लग रहा है। मेमना अब भी जीवित है। जिसे देखने के लिए आस पास के लोग पहुँच रहे हैं। अलग तरह का चेहरा होने के कारण बकरी बच्चे को दूध नहीं पिला पा रही है।

ऐसे में मेमने को सिरिंज की मदद से दूध पिलाया जा रहा है। सेमलखेड़ी के नबाब खाँ किसान हैं। उसके पास एक भैंस और 7 बकरियाँ हैं। इस बकरी ने पहली बार मेमने को जन्म दिया है। नबाब ने बताया कि बकरी इस अजीब बच्चे को अपने पास नहीं आने दे रही। मेमना कमजोर हो रहा है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही मेमने की तस्वीरें

सोशल मीडिया पर इस बकरी की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि उसकी आँखें, इंसानों की तरह बिल्कुल एक दूसरे के अगल-बगल हैं और उनके आसपास काला घेरा है जो किसी चश्मे जैसा दिख रहा है। इसके अलावा बकरी का मुँह भी इंसानों की ही तरह है और उसके सिर पर ढेरों सफेद बाल हैं। मेमने को देखने के लिए इलाके के लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों का कहना है कि उन्होंने इस तरह की घटना पहले नहीं देखी है।

बकरियों में न के बराबर सामने आते हैं ऐसे मामले

पशु चिकित्सक मानव सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया कि आम बोलचाल की भाषा मे ऐसे विकृत बच्चे को मोनिस्टर किड कहते हैं। चिकित्सीय भाषा में इस बीमारी को हेड डिस्पेसिया कहा जाता है। 50 हजार में से 1 बार इस तरह के मामले सामने आते हैं। ऐसे केस ज्यादातर गाय-भैंस में देखे जाते हैं। बकरियों में यह न के बराबर होता है। ऐसे बच्चे 1 हफ्ते से 15 दिन ही जिंदा रह पाते हैं। उन्होंने बताया कि इस बीमारी के 2 कारण माने जाते हैं, एक गर्भावस्था में विटामिन ए की कमी, दूसरा गर्भावस्था में गलत या प्रतिबंधित दवाई का सेवन।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

पाकिस्तान में इस्लामी कट्टरपंथियों ने 3 बार तोड़ी महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति, अब करतारपुर कॉरिडोर में लगेगी: कभी बालाकोट में स्ट्राइक कर 300+...

महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति को पाकिस्तान में दो बार खंडित किया गया। अब ये मूर्ति करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में लगने वाली है ताकि भारतीय भी इसे देखें।

क्या खत्म होगी ओवैसी की लोकसभा सदस्यता? जो लड़ रहे मथुरा-काशी की लड़ाई उन्होंने ‘जय फिलिस्तीन’ पर राष्ट्रपति से की शिकायत, जानिए क्या कहता...

अनुच्छेद 102 के भाग 'घ' में लिखा है कि ऐसे संसद सदस्य को अयोग्य घोषित किया जा सकता है जो दूसरे राष्ट्र के प्रति श्रृद्धा रखता हो।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -