जापान के टोक्यो में इस साल जुलाई में होने वाले ओलंपिक को लेकर तैयारियाँ जोरों पर हैं। इस दौरान परंपरा के अनुसार टोक्यो ओलंपिक आयोजकों द्वारा खेलों में भाग लेने वाले एथलिटों को 160000 से अधिक मुफ्त कंडोम दिए जाएँगे। यानी इसमें शामिल होने वाले 11000 एथलीटों में से प्रत्येक को लगभग 14 कंडोम देने की व्यवस्था की गई है। लेकिन रुकिए… पिक्चर अभी बाकी है।
दरअसल, यह परंपरा दुनिया भर में कोरोना वायरस फैलने से पहले से ही अपनाई जाती रही है, लेकिन कोरोना काल में ओलंपिक का सफल आयोजन कराना आयोजकों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है। यही कारण है कि आयोजकों ने एथलीट्स को खेल गाँव में कंडोम के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। समिति ने घोषणा की है कि एथलीट्स इन कंडोम को याद के तौर पर अपने घर ले जा सकते हैं। उन्हें अपने देश में कदम रखने के बाद ही कंडोम का इस्तेमाल करना होगा।
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए आयोजकों ने यह निर्णय लिया है, ताकि एथलीट्स एक-दूसरे के संपर्क में ना आएँ। इसके अलावा आयोजक एक वैश्विक स्वास्थ्य अभियान के हिस्से के रूप में एथलीटों को एक-दूसरे को छूने से बचने के लिए भी कह रहे हैं। समिति ने अपने कंडोम कार्यक्रम की घोषणा करते हुए 33 पन्नों की एक प्लेबुक भी जारी की है, जिसमें एथलीटों को शारीरिक संपर्क को कम करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
समिति ने मंगलवार (1 जून 2021) को कहा कि उनका इरादा और लक्ष्य यह है कि एथलीट खेल गाँव में कंडोम का इस्तेमाल नहीं करें, बल्कि वह अपने देश वापस जाकर इसका उपयोग करें।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने सुरक्षित यौन संबंध और एचआईवी (HIV) की रोकथाम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से साल 1988 में खेलों में कंडोम देने की अपनी परंपरा शुरू की थी। रियो ओलंपिक के दौरान समिति ने एथलिट्स को 450000 कंडोम दिए थे। उसकी तुलना में इस बार ओलंपिक 2021 में बेहद कम 160000 कंडोम वितरित किए जाएँगे।