Sunday, December 22, 2024
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ED के 7 समन, मुस्लिम MLA ने खाली की सीट, JMM विधायक दल की बैठक… क्या झारखंड में सज रहा है ‘राबड़ी मॉडल’ का मंच?

चर्चा है कि 7 समन को दरकिनार करने के बाद हेमंत सोरेन जानते हैं कि उनके खिलाफ ED सख्त एक्शन लेगी, इसीलिए उन्होंने अपनी पत्नी को CM बनाने का निर्णय लिया है।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमीन घोटाला के मामले में ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने 7वीं बार समन भेजा है। ED ने अपने पत्र में कहा था कि हेमंत सोरेन खुद तय करें कहाँ पूछताछ होगी, अधिकारी वहीं पहुँच जाएँगे। साथ ही जगह बताने के लिए 2 दिन और पूछताछ के लिए 7 दिन का समय दिया गया था। चूँकि पत्र शुक्रवार (29 नवंबर, 2023) को भेजा गया था, ऐसे में जगह बताने की समयसीमा खत्म हो चुकी है। अब हेमंत सोरेन ने ED को जवाब भेजा है।

झारखंड मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के अधिकारियों ने ED को बंद लिफ्ट में सीएम का जवाब सौंपा। इससे पहले महाधिवक्ता राजीव रंजन से हेमंत सोरेन ने सलाह ली। वहीं उन्होंने 20 मिनट अपने पिता शिबू सोरेन से भी बात की। JMM (झारखंड मुक्ति मोर्चा) के संस्थापक शिबू सोरेन मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। CM सोरेन को इससे पहले 2023 में 8 अगस्त, 19 अगस्त, 1 सितंबर, 17 सितंबर, 26 सितंबर और 11 दिसंबर को समन भेजा गया था।

मामला भारतीय सेना के नियंत्रण वाली जमीन की खरीद-बेच से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि इसमें फर्जी नाम-पते का इस्तेमाल किया गया। जनजातीय समाज की जमीन कब्जाने का भी आरोप है। दक्षिणी छोटानागपुर के तत्कालीन आयुक्त नितिन मदन कुलकर्णी की शिकायत पर ये जाँच शुरू हुई थी। वहीं अब चर्चा है कि हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को नया CM बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे हैं।

वहीं बुधवार (3 जनवरी, 2024) को हेमंत सोरेन ने सत्ताधारी गठबंधन के विधायक दल की बैठक भी बुलाई है। राँची स्थित CM आवास पर ये बैठक शाम 4:30 बजे बुलाई गई है। हेमंत सोरेन झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। चर्चा है कि 7 समन को दरकिनार करने के बाद हेमंत सोरेन जानते हैं कि उनके खिलाफ ED सख्त एक्शन लेगी, इसीलिए उन्होंने अपनी पत्नी को CM बनाने का निर्णय लिया है। बिहार में लालू यादव ने जुलाई 1997 में चारा घोटाले में गिरफ़्तारी के बाद पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया था।

उधर झारखंड के गांडेय से विधायक सरफराज अहमद ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे का कहना है कि इसी तरह हेमंत सोरेन भी इस्तीफा देंगे। हालाँकि, सरफराज अहमद ने इस्तीफे का कारण निजी और पारिवारिक बताया है। उन्होंने कहा कि वो आगे भी झामुमो के सिपाही रहेंगे और I.N.D.I. गठबंधन को मजबूत करते रहेंगे। नए साल पर उनके गिरिडीह स्थित आवास पर भी सन्नाटा रहा और बधाई देने आए समर्थकों को निराशा हाथ लगी।

कहा जा रहा कि गांडेय से कल्पना सोरेन को लड़ा कर विधायक बनाया जा सकता है, क्योंकि मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें 6 महीने के भीतर विधानसभा पहुँचना होगा। हालाँकि, भाजपा ने महाराष्ट्र उच्च न्यायालय के फैसले की प्रति दिखाते हुए कहा है कि अगर राज्य में 1 वर्ष के भीतर चुनाव हैं तो उपचुनाव नहीं होगा। जेल में बंद शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के साथ भी हेमंत सोरेन के रिश्ते का आरोप लगा है। वो ट्रांस्पेर-पोस्टिंग जैसी चीजों में पर्दे के पीछे से हस्तक्षेप करता रहा है।

उधर झारखंड में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सबको पता है कि, भ्रष्टाचार के मामले में हेमंत सोरेन का बचना नामुमकिन है। उन्होंने कहा कि सीएम जानबूझकर राज्य में संवैधानिक संकट उत्पन्न करना चाहते हैं। अब देखना है कि झारखंड में ‘राबड़ी मॉडल’ चलता है या नहीं। राबड़ी देवी अपने पति लालू यादव के जेल से आने के बाद ही सीएम बनी रही थीं। उन्होंने 8 साल ये पद सँभाला। इसी बीच लालू यादव केंद्रीय रेल मंत्री भी बने।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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