Sunday, December 22, 2024
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रामलला, रामरथी के बाद अब कारसेवक की बारी: जानिए कौन हैं अजित गोपछडे, कभी ऑटो ड्राइवर रहे मयंक नायक भी जाएँगे राज्यसभा

राज्य सभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने अधिकांश उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों से अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। इन नामों में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव तक के नाम शामिल हैं।

राज्यसभा चुनावों के लिए भाजपा ने अपने अधिकांश उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों से अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। इन नामों में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव तक के नाम शामिल हैं। हालाँकि, इस सूची में दो ऐसे नाम भी हैं, जिन्होंने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है।

ये दोनों नाम हैं महाराष्ट्र के अजित गोपछडे और गुजरात के मयंक भाई नायक। इनको दोनों को पार्टी ने राज्य सभा भेजने का निर्णय लिया है। दोनों ही उम्मीदवार भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं। बता दें कि अयोध्या में राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न पुरस्कार देने के बाद अब कारसेवक को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है।

कारसेवक रहे हैं अजित गोपछड़े

महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले से आने वाले और पेशे से डॉक्टर अजित गोपछड़े लगभग तीन दशक से संघ और भाजपा से जुड़े हैं। वर्तमान में वे पार्टी के महाराष्ट्र डॉक्टर मोर्चा के अध्यक्ष हैं। इसके अलावा, वह रामजन्मभूमि आन्दोलन के दौरान सबसे आगे रहने वाले कारसेवकों में एक थे। गोपछडे की सन 1992 की वे तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिनमें वे बाबरी ढाँचे के गुम्बद पर दिख रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि लिंगायत समुदाय से आने वाले गोपछडे तब MBBS की पढ़ाई पूरी ही की थी और बाकी कारसेवकों के साथ वे अयोध्या पहुँचे थे। उन्होंने कारसेवक के तौर पर बाबरी पर चढ़ने को लेकर कहा,” मैं वहाँ सामान्य कारसेवक के तौर पर गया था। मेरे साथ उस समय और भी कई सम्मानित लोग थे। हमने उस दिन भगवान राम के लिए अपनी सेवाएँ दी थीं।”

गोपीनाथ मुंडे, प्रमोद महाजन और नितिन गडकरी जैसे महाराष्ट्र भाजपा के बड़े नामों के करीबी रहे गोपछडे अपने छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भी जुड़े रहे थे। वे पार्टी के कार्यकर्ता होने के साथ ही समाजसेवी भी हैं। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान भी काफी काम किया था। वह महाराष्ट्र में एक ब्लड बैंक शुरू करने में भी अग्रणी रहे हैं।

राज्यसभा के लिए नामित होने पर गोपछडे ने कहा कि उन्हें इसकी उम्मीद नहीं थी। उन्होंने मीडिया को बताया, “मैं तो पार्टी का एक साधारण कार्यकर्ता हूँ। मुझे आशा नहीं थी कि मैं राज्यसभा के लिए नामित किया जाऊँगा। मैं भाजपा में बीते 25-30 वर्षों से हूँ। मैं मेडिकल रिसर्च और शिक्षा के क्षेत्र में काम करना चाहता हूँ।” महाराष्ट्र से गोपछड़े के अलावा अशोक चव्हाण और मेधा कुलकर्णी को भी नामित किया गया है।

गुजरात से मयंक भाई नायक को राज्य सभा टिकट, चलाते थे ऑटो

भाजपा ने गुजरात से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा राज्य के ओबीसी मोर्चा के मुखिया मयंक भाई नायक को भी राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है। मयंक नायक भी पार्टी से तीन दशक से अधिक समय से जुड़े हैं। गुजरात के मेहसाणा से आने वाले मयंक नायक मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वे 1980 के दशक में परिवार का खर्चा चलाने के लिए ऑटो भी चला चुके हैं।

मयंक नायक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। वह उनकी गाँधीनगर सीट के प्रभारी भी हैं। मयंक 2002 के बाद से गुजरात में होने वाली पार्टी की सभी यात्राओं का हिस्सा रहे हैं। वह हाल ही में सम्पन्न हुए मेरी मिट्टी, मेरा देश अभियान के गुजरात प्रभारी रहे हैं। वह पार्टी के लिए मात्र गुजरात ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में भी काम कर चुके हैं।

राज्यसभा के लिए नामित होने पर मयंक नायक ने कहा, “मैं आश्चर्यचकित हूँ कि पार्टी ने मेरे जैसे साधारण कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दे दी है। यह स्पष्ट सन्देश है कि कार्यकर्ता को पार्टी के लिए काम करते रहना चाहिए। यह मेरे लिए सरप्राइज है।” मयंक नायक और जेपी नड्डा के अलावा गुजरात से पार्टी ने बड़े हीरा कारोबारी गोविन्द भाई ढोलकिया को भी राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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