दिल्ली के बाद अब जयपुर के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। जयपुर सीरियल ब्लास्ट 2008 की बरसी पर ई-मेल के जरिए यह धमकी लगभग 37 स्कूलों को मिली है। इन स्कूलों में माहेश्वरी पब्लिक स्कूल तिलक नगर, विद्याआश्रम स्कूल ओटीएस चौराहा, निवारू रोड सेंट टेरेसा स्कूल, महर्षि पीजी कॉलेज सांगानेर, मालवीयनगर कान्वेंट स्कूल आदि शामिल हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम बम निरोधक दस्ते के साथ स्कूलों में पहुँची और सघन तलाशी ली। फिलहाल कोई भी आपत्तिजनक सामान अथवा विस्फोटक बरामद नहीं हुआ है। घटना की जाँच के लिए SIT का गठन किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 37 स्कूलों को ई-मेल के जरिए मिली इस धमकी के बाद पुलिस की कई टीमें इन स्कूलों में पहुँच गई हैं। ई-मेल भेजने वाले ने लिखा, “स्कूल की बिल्डिंग में बम है, जो कि कभी भी फट सकता है।” राजस्थान के DGP यू आर साहू ने बताया कि सुबह 6 बजे से पुलिस टीमें सर्च अभियान चला रहीं हैं जो अब तक जारी है। अभी तक कोई संदिग्ध सामान नहीं मिला है। पुलिस की साइबर टीमों को मेल भेजने वाले की तलाश में लगाया गया है।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, धमकी रूसी सर्वर से भेजी गई है। पुलिस ने लोगों से पैनिक न होने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने आपातकालीन मीटिंग बुलाई है। मीटिंग में राज्य के गृह सचिव आनंद कुमार और इंटेलीजेंस विंग के DG IPS संजय अग्रवाल को भी बुलाया गया है। बम की धमकी के बाद कई स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। कुछ स्कूलों को समय से पहले बंद कर दिया गया है। बच्चों के अभिभावकों को भी काफी परेशान देखा गया। कई माता-पिता स्कूल पहुँच कर अपने बच्चे को साथ ले गए।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, माहेश्वरी पब्लिक स्कूल तिलक नगर, विद्याआश्रम स्कूल ओटीएस चौराहा, निवारू रोड सेंट टेरेसा स्कूल, महर्षि पीजी कॉलेज सांगानेर, मालवीयनगर कान्वेंट स्कूल को बम की धमकी दी गई है।
2008 में हुआ था सीरियल ब्लास्ट
बताते चलें कि 13 मई, 2008 को जयपुर में सीरियल ब्लास्ट हुए थे। इस दिन जयपुर के अलग-अलग हिस्सों में 15 मिनट के अंदर 8 धमाके हुए थे। इन विस्फोटों में 71 लोगों की मौत हो गई थी और 185 लोग घायल हुए थे। धमाके के लिए साइकिलों का प्रयोग किया गया था। कुछ लोगों के शव तो हवा में उड़ते दिखाई दिए थे। 18 दिसंबर, 2019 को इस केस में मोहम्मद सैफ, मोहम्मद सरवर आजम, सैफुर्रहमान और मोहम्मद सलमान को अदालत ने दोषी करार दिया था।