दिल्ली के शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल बुरी तरह फँसते नजर आ रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार (28 मई 2024) को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल करते हुए कहा है कि अरविंद केजरीवाल आबकारी नीति मामले में हुई मनी लॉन्ड्रिंग केस से जुड़े हैं और इस केस में ‘मुख्य साजिशकर्ता’ और ‘सरगना’ भी हैं।इस आरोप पत्र के दाखिल होने के बाद और दलीलें सुनने के बाद विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा की कोर्ट ने इस मसले पर अपना फैसला 4 जून तक सुरक्षित रख लिया है।
दिल्ली सीएम के मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार आरोपित वकील विनोद चौहान से भी डायरेक्ट बातचीत के सबूत ईडी को मिले हैं। विनोद चौहान वही शख्स है जिसे लेकर ईडी ने कहा था कि वो इस केस में गैर-कानूनी तरीके से कमाए गए रुपयों को हैंडल कर रहा था। उस पर गोवा चुनावों के वक्त AAP को हवाला के जरिए रकम पहुँचाने के भी आरोप हैं। इसके अलावा उसके पास से 1.06 करोड़ रुपए जब्त किए गए थे।
#BreakingNews in #DelhiLiquorgateSaga: ED's fresh chargesheet calls Kejriwal 'kingpin' and details his 'role as CM of Delhi'; special CBI court to deliver order on June 4
— News18 (@CNNnews18) May 28, 2024
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बता दें केजरीवाल फिलहाल जेल से बेल पर बाहर हैं। ऐसे में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में केजरीवाल की संलिप्ता की बात कोर्ट को चार्जशीट दाखिल कर बताई हैं। इसके साथ ही ईडी ने कहा है कि आरोपित (अरविंद केजरीवाल) के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए इसमें पर्याप्त सबूत हैं। ईडी ने आरोपपत्र में आम आदमी पार्टी को भी आरोपित बनाया है।
वहीं, ईडी की ओर से पेश वकील जोहेब हुसैन ने अदालत को बताया कि यह ऐसा मामला है जिसमें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 70(1) और 70(2) दोनों को लागू किया जाना है। उन्होंने कहा, “दिल्ली आबकारी घोटाले, जिसमें आप नेता और अन्य लोग शामिल हैं, उसके मुख्य साजिशकर्ता और सरगना केजरीवाल हैं।” उन्होंने कहा कि इस मामले में रिश्वत की माँग की गई थी, और अपराध करने में मुख्य रूप से केजरीवाल शामिल थे।
ईडी ने इस दौरान शराब घोटाले के आरोपित विजय नायर की भी बात की। ईडी के वकील ने कहा है कि आरोपित विजय नायर मुख्यमंत्री आवास के पास वाले बंगले में रह रहे थे और विजय नायर सीधे केजरीवाल को रिपोर्ट कर रहे थे और वह हमेशा मुख्यमंत्री आवास पर होते थे।