Sunday, December 22, 2024
Homeदेश-समाजरियासी, डोडा, पुँछ, कठुआ… जम्मू कश्मीर में फिर से सर उठा रहा है आतंकवाद,...

रियासी, डोडा, पुँछ, कठुआ… जम्मू कश्मीर में फिर से सर उठा रहा है आतंकवाद, इस साल हुए ये 9 बड़े हमले

इस साल अधिकतर हमले जम्मू जोन में हुए हैं। जो ये इशारा करते हैं कि सेना को अब घाटी क्षेत्र के अलावा जम्मू क्षेत्र पर भी ज्यादा ध्यान देना पड़ेगा।

साल 2024 आधा बीत चुका है। इस बीच, जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में काफी तेजी देखी गई है। खास बात ये है कि पहले जहाँ जम्मू क्षेत्र में आतंकी हमले न के बराबर होते थे, वहाँ आतंकी हमलों में काफी बढ़ोतरी हुई है। बीते कुछ माह में जम्मू क्षेत्र में हुए आतंकी हमलों में काफी संख्या में आम लोगों ने अपनी जान गवाँई है, तो जवानों को भी वीरगति प्राप्त हुई है। ऐसे ही आतंकी हमलों पर एक नजर..

कठुआ में 8 जुलाई को आतंकवादी हमला

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में 8 जुलाई को सेना के ट्रक पर हुए आतंकवादी हमले में 4 जवान वीरगति को प्राप्त हुए, तो छह घायल हो गए। घायल जवानों में से एक ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया। यह घटना बिलावर तहसील के लोई मल्हार क्षेत्र के बदनोटा गाँव में दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुई। यह कठुआ जिला मुख्यालय से करीब 120 किलोमीटर दूर है और डोडा जिले की सीमा से सटा हुआ है। एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया, “सोमवार दोपहर बिलावर के लोई मल्हार क्षेत्र के बदनोटा गाँव में हथियारबंद आतंकवादियों ने सेना के ट्रक पर घात लगाकर हमला किया। माना जा रहा है कि दो से तीन की संख्या में आए आतंकवादियों ने पहले ग्रेनेड फेंका और फिर ऑटोमेटिक गनों से गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में 4 जवानों ने मौके पर दम तोड़ दिया, तो 6 घायल हो गए। बाद में एक अन्य जवान की अस्पताल में साँस थम गई।”

कठुआ में 12 जून को आतंकवादी हमला

कठुआ में 12 जून को दो आतंकियों ने गोलीबारी की। दोनों आतंकियों को सेना ने मार गिराया। इस दौरान गोलीबारी में एक अर्धसैनिक बल का एक जवान भी वीरगति को प्राप्त हुआ। इसके साथ ही डोडा में सेना के बेस पर भी हमला हुआ, जिसमें 5 जवान और एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर घायल हो गए। ये मुठभेड़ दूसरे दिन सुबह तक जारी रही।

कठुआ के हीरानगर में 11 जून को आतंकवादी हमला

कठुआ के हीरानगर इलाके में 11 जून को ग्रामीणों ने गोलियों की आवाज सुनी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची। हीरानगर सेक्टर के सेडा सोहल गाँव में संदिग्ध गतिविधि देखे जाने के बाद व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया और एक आतंकवादी को मार गिराया गया।

डोडा में 11 जून को हमला

डोडा के हीरानगर इलाके में 11 जून को सेना के अस्थाई कैंप पर हमला किया, जिसमें एक आतंकवादी ढेर हो गया। इस दौरान एक आम नागरिक भी घायल हो गया।

रियासी में 9 जून को तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकवादी हमला

जम्मू-कश्मीर में 9 जून को तीर्थयात्रियों से भरी एक बस आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी के बाद गहरी खाई में गिर गई, जिसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। यह घटना रियासी जिले में हुई, जहाँ शिव खोरी मंदिर से तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर आतंकवादियों ने भारी गोलीबारी की। बस शिव खोरी से कटरा जा रही थी। पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया और घटनास्थल पर पहुँचे। रिपोर्टों के अनुसार, सड़क से नीचे गिरने से पहले आतंकवादियों ने बस पर कम से कम 50 राउंड फायरिंग की। पीड़ितों में से एक ने एक बयान में कहा कि बस के खाई में गिरने के बाद भी आतंकवादी गोलीबारी करते रहे।

सुरक्षा बलों ने 22 मई को कुपवाड़ा के जंगल से गोला-बारूद बरामद किया

22 मई को सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त तलाशी अभियान में जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के एक जंगल से हथियार, गोला-बारूद और युद्ध जैसे भंडार बरामद किए । तलाशी अभियान के दौरान रॉकेट प्रोजेक्टाइल गन (आरपीजी) राउंड, हैंड ग्रेनेड और पिस्तौल के साथ गोला-बारूद और युद्ध जैसे भंडार बरामद किए गए हैं। इससे पहले 16 मई को उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा के तंगधार इलाके में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की एक बड़ी आतंकी कोशिश को नाकाम कर दिया था। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त दस्ते ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। घुसपैठ की कोशिश कर रहे चार आतंकवादियों को सशस्त्र बलों ने मार गिराया।

भारतीय वायुसेना के काफिले पर 4 मई को आतंकवादी हमला

पुंछ में 4 मई को भारतीय वायुसेना के काफिले पर आतंकियों ने गोलीबारी की, जिसमें एक जवान को वीरगति प्राप्त हुई। इस हमले में चार जवान घायल भी घायल हुए।

पुंछ में 12 जनवरी को सेना के काफिले पर हमला

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में 12 जनवरी को गोलीबारी की घटना हुई , जिसके बाद सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान शुरू किया। रिपोर्टों के अनुसार, पुंछ के लोअर कृष्णा घाटी सेक्टर के धारा धुलियान इलाके में गोलीबारी की घटना दर्ज की गई। रिपोर्टों के अनुसार, गोलीबारी सुरक्षा बलों के वाहनों के काफिले को निशाना बनाकर की गई थी, और यह सुझाव दिया गया है कि हमलावर शुरुआती गोलीबारी के बाद भाग गए होंगे। हालाँकि इस पूरे अभियान में कोई घायल नहीं हुआ।

सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच 5 जनवरी को मुठभेड़

शोपियाँ में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच 5 मई को मुठभेड़ हुई। शोपियाँ जिले के चोटिगाम इलाके में तड़के सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में आतंकी हताहत हुआ।

अभी तक माना जाता था कि कश्मीर का घाटी वाला इलाका आतंकवाद से ज्यादा प्रभावित है, लेकिन अब लगता है कि आतंकवादियों ने अपने गोलपोस्ट में बदलाव कर लिया है। अब वो दक्षिणी हिस्से यानी जम्मू-जोन में हमले कर रहे हैं। इस साल अधिकतर हमले जम्मू जोन में हुए हैं। जो ये इशारा करते हैं कि सेना को अब घाटी क्षेत्र के अलावा जम्मू क्षेत्र पर भी ज्यादा ध्यान देना पड़ेगा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

Anurag
Anuraghttps://lekhakanurag.com
B.Sc. Multimedia, a journalist by profession.

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।

जिस संभल में हिंदुओं को बना दिया अल्पसंख्यक, वहाँ की जमीन उगल रही इतिहास: मंदिर-प्राचीन कुओं के बाद मिली ‘रानी की बावड़ी’, दफन थी...

जिस मुस्लिम बहुल लक्ष्मण गंज की खुदाई चल रही है वहाँ 1857 से पहले हिन्दू बहुतायत हुआ करते थे। यहाँ सैनी समाज के लोगों की बहुलता थी।
- विज्ञापन -