Friday, October 18, 2024
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मुस्लिम आबादी में विस्फोट से लेकर ‘अल्पसंख्यक मोर्चा’ तक पर भाजपाई मुखर: सुवेंदु बोले- जो हमारे साथ हम उसके साथ, असम के CM ने कहा- डेमोग्राफी चेंज जीवन-मौत का सवाल

CM हिमंता बिस्वा सरमा ने जनसांख्यिकी की समस्या को लेकर कहा, "बदलती जनसांख्यिकी मेरे लिए बहुत बड़ा मुद्दा है। असम में 1951 में मुस्लिम जनसंख्या 12% थी अब यह बढ़ कर 40% हो चुकी है।"

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने असम के भीतर जनसांख्यिकी में बदलाव को अपने लिए जिन्दगी और मौत का मुद्दा बताया है। उन्होंने असम में मुस्लिम जनसंख्या की बढ़ोतरी को लेकर भी आँकड़े दिए हैं। उन्होंने यह बयान झारखंड की राजधानी राँची में दिया है। वहीं पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने अल्पसंख्यक मोर्चा के औचित्य पर प्रश्न उठाते हुए कहा है कि हम उनके साथ हैं, जो हमारे साथ है।

हिमंता बिस्वा सरमा को झारखंड में भाजपा का सह प्रभारी बनाया गया है। वर्तमान में वह झारखंड के दौरे पर हैं। उन्होंने राँची में एक बैठक में हिस्सा लिया और झारखंड में घुसपैठ और आदिवादी लड़कियों के धर्म परिवर्तन को बड़ी समस्या बताया। उन्होंने कहा, “झारखंड में घुसपैठिया यहाँ की बेटियों से शादी कर रहे हैं। यह रोकने में झारखंड की JMM-कॉन्ग्रेस विफल है। घुसपैठिए पहले असम-बंगाल आते हैं। उनको पहले रोकने की जिम्मेदारी केंद्र की है लेकिन अगर वो एक बार अंदर आ गए तो उन पर कार्रवाई राज्य सरकार को करनी होती है।”

उन्होंने कहा, “झारखंड हाई कोर्ट ने सरकार को आदेश भी दिया है कि घुसपैठियों को पकड़ा जाए और बंद किया जाए। फॉरेनर्स कानून के अंतर्गत घुसपैठिए बाहर निकालने का अधिकार राज्य सरकार का होता है, मैं असम में यह काम रोज करता हूँ। यदि आप अपना काम नहीं कर रहे हैं तो दिल्ली पर दोष डाल रहे हैं तो आपको कुर्सी छोड़ दीजिए।”

उन्होंने जनसांख्यिकी की समस्या को लेकर कहा, “बदलती जनसांख्यिकी मेरे लिए बहुत बड़ा मुद्दा है। असम में 1951 में मुस्लिम जनसंख्या 12% थी अब यह बढ़ कर 40% हो चुकी है। आज असम में पूरा जिला खो चुके हैं। मेरे लिए यह राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि जीने-मरने का मुद्दा है। मैं इससे रोज संघर्ष करता हूँ।”

गौरतलब है कि असम के पश्चिम बंगाल की सीमा से लगने वाले जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठ अब बड़ा मुद्दा बन रही है। कई जगह पर मुस्लिमों के जनजातीय लड़कियों से शादी करके उनके लिए बनाए गए कानूनों का फायदा उठाने की बात भी सामने आई है। वहीं कुछ जगह पर वोटरों की संख्या में एकाएक बढ़ोतरी देखी गई है।

सुवेंदु अधिकारी ने कहा- जो हमारे साथ हम उसके साथ

पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि जो हमारे साथ हैं अब हम उसके साथ हैं। वह पश्चिम बंगाल के भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा, “हम अब तक राष्ट्रवादी मुस्लिमों के विषय में बात करते थे और कहते थे सबका साथ, सबका विकास। अब और नहीं अब जो हमारे साथ वो उसके साथ। अब अल्पसंख्यक मोर्चा की जरूरत नहीं है। सबका साथ, सबका विकास बंद करो।”

सुवेंदु अधिकारी ने यह बयान वायरल होने के बाद इस पर ट्वीट भी किया। उन्होंने कहा, “मेरे बयान को गलत संदर्भ में लिया जा रहा है। मैं साफ़ तौर पर कहता हूँ कि जो राष्ट्रवादी हैं, इस देश और बंगाल के लिए खड़े हैं, हमें उनके साथ होना चाहिए। जो हमारे साथ नहीं खड़े हैं, देश और बंगाल के खिलाफ काम करते हैं, हमें उनका पर्दाफाश करना चाहिए। हमें इसी के साथ ममता बनर्जी की तरह लोगों को बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक में नहीं बाँटना चाहिए और उन्हें भारतीय के रूप में देखना चाहिए। मैं प्रधानमंत्री के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के नारे को पूरी तरह से मानता हूँ।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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