उत्तर प्रदेश के बिजनौर का रहने वाला नसीम अपनी पहचान छिपाकर आकाश बन गया और फिर पंजाब के मोहाली की एक शादीशुदा महिला को अपने जाल में फँसा लिया। नसीम ने महिला को उसके पति से तलाक करवाने के बाद उसके साथ हिंदू रीति रिवाज से शादी कर ली। जब महिला को सच्चाई पता चली तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने नसीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।
दरअसल, बिजनौर शहर के कोतवाली क्षेत्र स्थित फरीदपुर काज़ी उर्फ खेड़की का रहने वाला नसीम चंडीगढ़ के मोहाली में बढ़ई का काम करता है। वहाँ उसकी मुलाकात रौशनी नाम की एक महिला से हुई। रौशनी हिंदू है और पहले से ही शादीशुदा थी। महिला ने बताया कि नसीम ने अपना नाम आकाश बताया और उससे दोस्ती कर ली। इसके बाद धीरे-धीरे उसने उससे नजदीकियाँ बढ़ा ली।
जागरण के अनुसार, नसीम अब रौशनी को शादी का ख्वाब दिखाने लगा था। शादी के नाम पर उसने महिला को अपने पति को तलाक देने के लिए उकसाने लगा। उसकी बातों में आकर महिला ने अपने पति को तलाक दे दी और इसमें आकाश बने नसीम ने उसकी सहायता की। तलाक के बाद उसने हिंदू रीति-रिवाज के साथ उससे शादी कर ली। इसके बाद दोनों पति-पत्नी बनकर साथ रहने लगे।
शादी के कुछ समय बाद नसीम उर्फ आकाश रौशनी को बिना बताए मोहाली से फरार हो गया। वह दो महीने तक वापस नहीं लौटा। इसके बाद उसे तलाशते हुए महिला 16 जुलाई 2024 को बिजनौर के उसके गाँव पहुँची। उस समय नसीम घर पर नहीं मिला। वहाँ नसीम के परिजनों ने उसके साथ मारपीट की। नसीम के परिजनों ने बताया वह साथ नहीं रह सकती है, क्योंकि वे मुस्लिम हैं।
उन्होंने शर्त रखी कि अगर महिला इस्लाम कबूल कर मुस्लिम बन जाएगी तो उसका नसीम से निकाह करा देंगे और फिर साथ रखेंगे। हालाँकि, रौशनी इसके लिए तैयार नहीं हुई। वहीं पता चला कि उसका नाम नसीम नहीं, बल्कि आकाश है। इसके बाद पीड़ित थाने पहुँची और उसने तहरीर दी। इस घटना की जानकारी मिलते ही हिंदू संगठन के लोग भी थाने पहुँचे और हंगामा करने लगे।
महिला की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपित नसीम उर्फ आकाश, भाई वसीम, पिता शमीम, और ताऊ हासिल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। नसीम के खिलाफ झाँसा देकर शादी करने और उसके तथा उसके परिजनों के खिलाफ मारपीट की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपितों को जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।