Friday, November 22, 2024
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जहाँ करेंगे PM मोदी भारतीयों को संबोधित, वहाँ से 27km दूर हिंदू मंदिर पर हमला: कनाडा की तरह अमेरिका में भी खालिस्तानियों का हाथ?

BAPS श्री स्वामीनारायण मंदिर के बाहर लगे साइन बोर्ड पर स्प्रे पेंट से ‘हिंदू-स्तान मुर्दाबाद’ और ‘मोदी टेररिस्ट’ जैसे शब्द लिखे गए। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने इसे हिंदू-घृणा बताया है। अमेरिका स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है।

अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित स्वामीनारायण मंदिर को कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया है। 16 सितंबर 2024 को न्यूयॉर्क के मेलविले में स्थित BAPS श्री स्वामीनारायण मंदिर के बाहर लगे साइन बोर्ड पर स्प्रे पेंट से हिंदू-घृणा के शब्द लिखे गए। ‘हिंदू-स्तान मुर्दाबाद’ और ‘मोदी टेररिस्ट’ जैसे शब्द लिख कर पूरे देश को बदनाम करने की साजिश की गई।

जिस जगह पर हिंदू मंदिर को कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया है, वह भारतीय दृष्टिकोण से फिलहाल बहुत अहम है। ठीक 5 दिन बाद यानी 22 सितंबर 2024 को PM मोदी इस मंदिर से महज 27 किलोमीटर दूर भारतीय समुदाय को संबोधित करने वाले हैं। अमेरिका स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। 

अमेरिका में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने लिखा है:

“न्यूयॉर्क के मेलविले में BAPS स्वामीनारायण मंदिर में की गई बर्बरता अस्वीकार्य है। इस मामले में वाणिज्य दूतावास यहाँ रह रहे भारतीय समुदाय के संपर्क में है। साथ ही इस जघन्य कृत्य को करने वाले अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के लिए अमेरिकी पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष मामला भी उठाया गया है।”

जाँच की माँग: हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के समर्थन में कई नेता 

हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने BAPS स्वामीनारायण मंदिर को निशाना बनाने वाले लोगों पर कार्रवाई की माँग की है। अमेरिकी न्याय विभाग और होमलैंड सुरक्षा विभाग को जाँच के लिए लिखा गया है। उन्होंने लिखा कि लोकतांत्रिक ढंग से चुने गए नेता को टार्गेट करना, हिंदू मंदिरों पर हमले करना आदि हिंदू-घृणा प्रकट करना ही है। 

खालिस्तानी कट्टरपंथियों ने हाल ही में हिंदू और भारतीय संस्थानों को लेकर धमकियाँ दी थीं। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने इस ओर भी अमेरिकी पुलिस-प्रशासन का ध्यान दिलाया।

BAPS स्वामीनारायण मंदिर पर हमला, खालिस्तान का हाथ?

अमेरिका स्थित हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है, ऐसा नहीं है। कुछ दिन पहले ही कनाडा में भी यही किया गया। वहाँ तो यह तक धमकी दी गई कि जो भारतीय मूल के लोग वहाँ रह रहे हैं, वो सब देश छोड़ कर चले जाएँ। 

कनाडा के सांसद चंद्र आर्य ने जब एडमॉन्टन शहर में स्थित BAPS स्वामीनारायण मंदिर पर हमले को लेकर आवाज उठाई तो खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सभी भारतीय मूल के लोगों को धमकी दे डाली। सबको कनाडा छोड़ देने का फतवा जारी कर दिया।

विदेश में हिंदू मंदिरों पर बढ़ते हमले, किसकी साजिश?

जुलाई 2024 में कनाडा के एडमॉन्टन शहर में BAPS स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की गई और दीवार पर विवादित नारे लिखे गए। इसका आरोप भी खालिस्तानी आतंकियों पर लगा था। इसके पहले यहाँ 7 सितंबर 2023 को माता भामेश्वरी दुर्गा मंदिर, 12 अगस्त 2023 को लक्ष्मीनारायण मंदिर और 31 जनवरी 2023 को ब्रैम्पटन स्थित एक प्रमुख हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी।

दिसंबर 2023 में अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित नेवार्क में स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे गए। मंदिर की दीवार पर अंग्रेजी में ‘शहीद भिंडरावाला’ और ‘मोदी टेररिस्ट’ लिखा गया था। यही नहीं, मंदिर के बोर्ड पर भी काली स्याही से खालिस्तान लिखा गया था।

सितंबर 2022 में कैरेबियन देश त्रिनिदाद एंड टोबैगो में एक ही सप्ताह में 2 हिंदू मंदिरों को तोड़ कर उन्हें अपवित्र किया गया था। मंदिर में तोड़फोड़ कर देवी काली की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।

हिंदू-घृणा के नाम पर विदेशों में स्थित हिंदू मंदिरों को आखिर कौन निशाना बना रहा है? क्यों बार-बार ऐसी हिंसक वारदातों के पीछे खालिस्तानियों का हाथ होने के आरोप लगते हैं? और अगर आरोप लगते हैं तो जाँच एजेंसियाँ अब तक क्यों नहीं किसी अंजाम तक पहुँच पाई हैं? हिंदू मंदिर पर हमले को लेकर क्या जाँच एजेंसियाँ भी शक के घेरे में हैं, क्या किसी बड़े नेक्सस के साथ इनका भी घालमेल है? इन सबकी निष्पक्ष जाँच बहुत जरूरी है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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