मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी को पिछले 80 दिनों से हिरासत में रखा गया है। उन पर अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले और अन्य मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप दर्ज हैं। अब रतुल की पत्नी कविता ने उन पर आरोप लगाया है कि वो उन्हें (कविता को) प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने झूठा बयान देने के लिए मजबूर कर रहे थे।
कविता ने कहा कि रतुल ने उन्हें चेतावनी दी थी कि कि वो ईडी के पास न जाएँ और न ही किसी अनजान नंबर से आने वाले कॉल का जवाब दे। साथ ही कविता ने यह भी बताया कि रतुल ने उनका टैबलेट (आईपैड) छीन लिया था और फिर वापस माँगने पर यह कहकर देने से इनकार कर दिया कि आयकर विभाग के छापे के दौरान खो गया। बता दें कि ईडी द्वारा कविता के आईपैड को सबूत के रूप में माँगा जा रहा है।
कविता ने जाँच एजेंसी को बताया कि वो पिछले चार साल से रतुल पुरी से अलग रही हैं। ईडी के सामने बयान दर्ज कराते हुए उन्होंने कहा कि रतुल पुरी ने उनको जुलाई में एक पत्र लिखने के लिए मजबूर किया कि वह जाँच में शामिल नहीं हो सकतीं, क्योंकि उन्हें औरंगजेब रोड स्थित अपने ससुर दीपक पुरी के घर जाना था। कविता फिलहाल हयात रीजेंसी होटल में रह रही हैं।
ईडी ने 2 नवंबर को दिल्ली की एक विशेष अदालत के समक्ष एक पूरक आरोप पत्र के हिस्से के रूप में कविता के बयान को पेश किया और तर्क दिया कि पुरी न्यायिक हिरासत में होने के बावजूद अपनी गर्लफ्रेंड के जरिए सबूतों को नष्ट करने में लगे हैं और गवाहों को धमकी दे रहे हैं।
विशेष अदालत ने ईडी की पूरक चार्जशीट का संज्ञान लिया है। ईडी के सूत्रों ने दावा किया है कि इससे पहले भी पुरी के कई करीबी दोस्त और सहयोगी, जो उनके खिलाफ बयान दर्ज करने के लिए स्वेच्छा से एजेंसी के समक्ष पहले पेश हुए थे, उनको भी धमकी दी जा रही है। उन लोगों ने बताया कि उन्हें पुरी द्वारा चेतावनी दी गई थी कि वे पुरी के अकाउंटेंट के पास से बरामद डायरी में उनके नामों के खिलाफ प्रविष्टियों को स्वीकार न करें।
ईडी के सूत्रों ने दावा किया कि डायरी में पुरी के वित्तीय लेनदेन को सूचीबद्ध किया गया था। ईडी ने विशेष अदालत को यह भी बताया कि इस मामले में एक महत्वपूर्ण गवाह और पुरी के अकाउंटेंट केके खोसला गायब हैं। खोसला, रतुल पुरी के नकद लेन-देन का रिकॉर्ड रखते थे। आयकर विभाग ने रतुल पुरी की कंपनी मोजर बिअर पर छापेमारी के दौरान यह डायरी बरामद की थी। इसके बाद ईडी ने उन लोगों को समन करना शुरू किया था, जिनके नाम का इस डायरी में उल्लेख था। जब से डायरी मिली है, तभी से केके खोसला का कुछ पता नहीं है।
इस डायरी में कथित रूप से कई लोगों के साथ नकद लेन-देन दिखाया गया है और कुछ प्रविष्टियों को रतुल पुरी के पिता दीपक पुरी द्वारा काउंटर-साइन किया गया था। एजेंसी ने दावा किया कि जिन लोगों के नाम का डायरी में उल्लेख था, उनसे पूछताछ के दौरान, सभी ने उन्हें किए गए भुगतान की पुष्टि की है।
डायरी में प्रविष्टियों से संबंधित मामले में जिन लोगों से पूछताछ की गई, उसमें संदीप नारंग, महिपाल, अवध बिहारी गिरि और वेद प्रकाश दामिजा का नाम शामिल है। ये सभी जानकारी अब न्यायिक रिकॉर्ड का हिस्सा है। ईडी को दिए ताजा बयान में नारंग ने बताया कि 26 जुलाई को जब वो ईडी ऑफिस से लौटे और रतुल पुरी को पता चला कि उन्होंने एजेंसी को उनके नाम के खिलाफ नकद लेन-देन की प्रविष्टियों की पुष्टि की है, तो रतुल पुरी ने उनसे उनके बयान को वापस लेने के लिए कहा। पुरी ने नारंग से कहा कि उन्हें किसी तरह की पुष्टि नहीं करनी चाहिए थी।
ईडी ने मामले में गवाहों को प्रभावित करने के कई अन्य उदाहरणों का हवाला दिया, जिसमें वीवीआईपी चॉपर घोटाले में आरोपित राजीव सक्सेना को धमकाने का भी आरोप शामिल है। ईडी के आरोप पत्र में कहा गया है कि पुरी ने सक्सेना को अपने पिता और चाचा के खिलाफ साक्ष्यों को जाँच अधिकारियों के समक्ष साझा न करने के लिए दबाव बनाया।