Sunday, December 22, 2024
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मैं यह सोचकर वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था कि स्पीडबोट से स्टंट कर रहे… जो बच गए उन्होंने बताया मुंबई के समंदर में क्यों मची चीख-पुकार: 13 मौतें-115 का रेस्क्यू, नौसेना चालक पर FIR

नौसेना ने अपनी ओर बयान जारी कर बताया कि 18 दिसंबर की शाम को नौसेना का पोत इंजन परीक्षण के लिए जा रहा था, लेकिन तभी शाम चार बजे इसने नियंत्रण खो दिया और करंजा के पास यह 'नीलकमल' नामक नौका से टकरा गया और नौका में सवार लोग डूबने लगे।

मुंबई में 18 दिसंबर को एक दुखद घटना घटी। बुधवार (18 दिसंबर 2024) की शाम गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा केव के बीच चलने वाली एक फेरी नौका को नेवी की स्पीड बोट ने टक्कर मार दी। घटना में 13 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है वहीं 115 से ज्यादा लोग रेस्क्यू किए जा चुके हैं।

बताया जा रहा है कि घटना शाम 3:55 की है। उस समय में ‘नीलकमल’ नाम की नाव गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा केव की ओर जा रही थी। इसी दौरान नेवी की स्पीड बोट से इस नाव की टक्कर हुई और नाव पलटने से चारों ओर हल्ला मच गया। भारतीय नौसेना, तटरक्षक बल और पुलिस तुरंत सक्रिय हुई। उन्होंने हेलीकॉप्टर की मदद से रेक्यू शुरू किया।

घटना के संबंध में नौसेना ने अपनी ओर बयान जारी कर बताया कि 18 दिसंबर की शाम को नौसेना का पोत इंजन परीक्षण के लिए जा रहा था, लेकिन तभी शाम चार बजे इसने नियंत्रण खो दिया और करंजा के पास यह ‘नीलकमल’ नामक नौका से टकरा गया और नौका में सवार लोग डूबने लगे।

जानकारी के अनुसार, नेवी की स्पीड बोट टकराने से जो बोट बलटी उसमें 80 लोगों के बैठने की क्षमता थी लेकिन उसमें जरूरत से ज्यादा लोगों को बैठाया गया था। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने इस घटना को देखने के बाद कहा कि उन्होंने कभी ऐसा भयावह दृश्य नहीं देखा था। इतनी अफरा-तफरी और बच्ची की चीख-चिल्लाहट कभी नहीं सुनी थी।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे की जानकारी देते हुए कहा कि मुंबई के बुचर द्वीप पर दोपहर बाद करीब 3:55 बजे ‘नीलकमल’ नाम की नाव हादसे का शिकार हो गई। हादसे में 99 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है और 13 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में 10 नागरिक और तीन नौसेना के जवान हैं। घटना में दो लोग लोग गंभीर रूप से घायल भी हैं, जिन्हें नौसेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह भी सूचना दी कि 11 क्राफ्ट और 4 हेलीकॉप्टर की मदद से नौसेना, तटरक्षक और पुलिस ने बचाव अभियान चलाया गया है। मुंबई पुलिस के अनुसार, मृतकों में सात पुरुष, चार महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं।

बता दें कि इस घटना के बाद सीएम ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को पाँच लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। साथ ही न्याय के लिए नौसेना बोट के ड्राइवर और इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार अन्य लोगों के खिलाफ दक्षिण मुंबई के कोलाबा पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं सुरक्षा लिहाज से बुधवार को पुलिस ने गेटवे ऑफ इंडिया पर पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है और नौका सेवाओं को निलंबित कर दिया है।

इस घटना के चश्मदीद व राजस्थान के निवासी श्रवण कुमार ने बताया कि उन्होंने घटना से पहले नेवी बोट के स्टंट की वीडियो बनाई थी। उन्होंने कहा कि उन लोगों को लग रहा था कि कोई स्टंट चल रहा है, लेकिन फिर बोट आकर नाव से टकरा गई।

वहीं 25 वर्षीय गौतम गुप्ता ने भी बताया कि घटना से पहले वो वीडियो बना रहे थे उन्हें लगा था कि स्पीडबोट कोई स्टंट कर रही है, लेकिन तभी उसने अपनी फेरी को टक्कर मार दी। वह कहते हैं, “हम विश्वास ही नहीं कर पाए, हमें झटका लगा और स्पीडबोट में से एक यात्री हवा में उछला और जाकर नौका के डेक पर जा लगा। उसका शरीर पूरी तरह क्षत-विक्षत हो गया था। “

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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