उत्तरप्रदेश के उन्नाव में रविवार को जमीन मुआवजे की माँग कर रहे किसानों द्वारा हिंसात्मक रवैया अपनाने के बाद सोशल मीडिया पर उन्नाव पुलिस का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में एक किसान खेत में पड़ा हुआ है और उसके इर्द-गिर्द भारी संख्या में पुलिस फोर्स लाठी लिए खड़ी है। थोड़ी देर में वीडियो में दिखता है कि एक पुलिस वाला किसान के पास आया और उसे लाठी मारकर उठाने का प्रयास करता है। लेकिन किसान की हालत ऐसी लगती है जैसे वह उठ भी नहीं सकता हो।
22 सेकेंड की इस वीडियो के इंटरनेट पर पहुँचने के बाद ये सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से शेयर की जाने लगी। बिना सच्चाई जाने उन्नाव पुलिस को बर्बर कहा जाने लगा। खुद समाजवादी पार्टी के नेता अनुराग भदौरिया ने इसे सोमवार को शेयर किया और बताया कि कैसे यूपी पुलिस किसानों पर अत्याचार करती है।
शायद पाकिस्तानी किसान को यूपी की पुलिस पीट पीट कर ठोक रही है..वाह #भाजपा सरकार..शाबाश यूपी पुलिस लगे रहो..ये किसान बचने नहीं चाहिये..#ठोकोतंत्र में #लोकतंत्र की बात करते हैं..@yadavakhilesh@BJP4India@ANINewsUP @News18UP @Uppolice pic.twitter.com/1sBugwRC5c
— Dr Anurag bhadouria (@anuragspparty) November 18, 2019
इसके बाद टाइम्स के पत्रकार पीयूष राय ने भी इस वीडियो को शेयर किया और लिखा कि पुलिस को लाठी हिंसात्मक भीड़ पर काबू पाने के लिए इस्तेमाल करनी चाहिए, लेकिन वह ऐसे शख्स पर लाठी चार्ज कर रही है, जो पहले ही बेहोश है। पीयूष ने वीडियो को विचलित करने वाला बताया।
Police can defend lathi charge as necessary force required to disperse a violent mob. But, what on earth is this?
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) November 17, 2019
Already unconscious after lathi charge, this UP farmer in Unnao was shown no mercy.
Warning: Disturbing video pic.twitter.com/YZKlfWYsOD
साथ ही कंचन श्रीवास्तव नाम की पत्रकार ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा क्या कोई यकीन कर सकता है कि यह वीडियो राम राज्य का है और कई अधिकारी जिसकी सेवा कर रहे हैं वह अन्नदाता है?
Can anyone believe this video is from Ram Rajya & the man being served by so many officers is the Annadata?
— Kanchan Srivastava (@Ms_Aflatoon) November 17, 2019
Unnao farmers are on protest to seek compensation for land pic.twitter.com/NZYwj23JZt
कपिल सिब्बल के बंद हो चुके न्यूज चैनल तिरंगा टीवी के पत्रकार रहे सैफ उल्लाह खान ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि मुआवजा माँग रहे किसानों का उपचार।
Treatment being meted out to Unnao farmers for protesting seeking land compensation https://t.co/LOah8OHuEB
— Saif Ullah Khan (@saifizm) November 17, 2019
वीडियो वायरल होने के साथ ही मामला तूल पकड़ने लगा और उन्नाव पुलिस सवालों के घेरे में आ गई। इसके बाद यूपी पुलिस ने इस घटना का पूरा वीडियो जारी किया। बताया कि जो वीडियो वायरल हुआ है वह इसका सिर्फ एक हिस्सा है।
कतिपय समाचार चैनलों एवं सोशल मीडिया पर जमीन पर पड़े अधमरे युवक की पिटाई की घटना का सही वीडियो @Uppolice @dgpup @adgzonelucknow @bstvlive @News18UP @ZEEUPUK @aajtak @samachar_plus @Knewsindia @CMOfficeUP pic.twitter.com/c8pN9I6iiu
— UNNAO POLICE (@unnaopolice) November 19, 2019
उन्नाव पुलिस द्वारा जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस द्वारा ‘पीटा गया’ किसान करीब 14 सेकेंड तक जमीन पर पड़ा रहता है। फिर अचानक से उठता है और भागने लगता है। जिससे वहाँ वीडियो बना रहे लोग भी हैरान हो जाते हैं और उसे देखने लगते हैं। लोगों के जेहन में सवाल आता है कि जमीन पर पड़ा युवक एक दम ठीक कैसे हो गया।
जाहिर है वह युवक केवल हठ में वहाँ लेटा हुआ था और पुलिस के कहने पर भी अपनी जगह से नहीं उठ रहा था। लेकिन मीडिया और राजनेताओं ने उन्नाव पुलिस को ऐसे दिखाया जैसे उनकी बर्बता के कारण युवक की हालत गंभीर हो गई। पुलिस ने बताया है कि वह पत्थरबाजी कर रहे लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने पहुँचे थी।
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