गुरुवार को दिल्ली चुनाव प्रचार के अंतिम दिन अपने एक इंटरव्यू में केजरीवाल ने फिर एक बार ‘अपने मुँह मियाँ मिट्ठू’ बनते नजर आए। पीटीआई को दिए अपने इंटरव्यू में केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली की जनता जानना चाहती है कि भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन है। कहीं भाजपा संबित पात्रा या अनुराग ठाकुर को तो अपना मुख्यमंत्री नहीं बना देगी।”
केजरीवाल ने भाजपा पर चुनावों को ध्रुवीकृत करने का आरोप लगाया और कहा कि चुनाव परिणाम बताएँगे कि उसे इस संदर्भ में कितनी सफलता हाथ लगी। केजरीवाल ने अपने इंटरव्यू में AAP वोटर्स को अच्छी शिक्षा, मॉडर्न सड़कें, अच्छी चिकित्सा व्यवस्था तथा 24 घंटे बिजली का तलबगार घोषित किया।
शाहीन बाग़ के कारण आम दिल्ली वासियों को हो रहीं मुश्किलों के लिए उन्होंने भाजपा सरकार तथा गृह मंत्री अमित शाह को दोषी ठहराया। गृहमन्त्री को कटघरे में खड़ा करते हुए केजरीवाल ने सवाल उठाया, “किसने रोक रखा है अमित शाह को शाहीन बाग़ प्रोटेस्ट के कारण बंद हुई सड़क को खुलवाने से? आखिर अमित शाह को इस ब्लॉकेड से क्या फायदा है? क्यों वो दिल्ली की जनता को चुनावी फायदों के लिए बेवजह परेशान कर रहे?”
भाजपा पर अपने हमले तेज करते हुए केजरीवाल ने उस पर अवैध कालोनियों की अनदेखी का आरोप लगाया और कहा कि ये सिर्फ जनता को गुमराह करने में लगे हैं।दिल्ली की जनता से वादा करते हुए उन्होंने कहा कि यदि वे चुनावों बाद पुनः वापसी करते हैं तो न सिर्फ पुरानी मुफ्त सुविधाओं वाली स्कीमों को जारी रखा जायेगा बल्कि जरूरत पड़ने पर नई स्कीमें भी शुरू की जाएंगीं।