Sunday, November 24, 2024
Homeराजनीतिजमानत पर रिहा कार रेस कर रहे कॉन्ग्रेसी 'विधायक-पुत्र' मोहम्मद नालपाड की लग्जरी कार...

जमानत पर रिहा कार रेस कर रहे कॉन्ग्रेसी ‘विधायक-पुत्र’ मोहम्मद नालपाड की लग्जरी कार के टक्कर से 4 घायल

कार के टक्कर मारने के बाद मोहम्मद नालपाड ने अपनी कार वहीं छोड़ दी और अपने दोस्त की गाडी में बैठकर वहाँ से भाग निकला।

‘विधायक पुत्र’ और उनके रईशों वाली जिंदगी के कारनामों से आम जनता को कितनी असुविधा उठानी पड़ती है, यह अक्सर हम ख़बरों में देखते रहते हैं। इस बार ऐसे ही एक ‘विधायक-पुत्र’ ने कर्नाटक में नया कारनामा कर दिखाया है। ख़ास बात यह है कि यह ‘विधायक-पुत्र’ एक बड़े कॉन्ग्रेस नेता का बेटा है और जमानत पर बाहर घूम रहा है।

कर्नाटक में कॉन्ग्रेस नेता और विधायक एनए हैरिस का बेटा मोहम्मद नालपाड, जो 2 साल पहले मारपीट के मामले में जमानत पर बाहर है, फिर से विवादों में आ गया है। मोहम्मद नालपाड की लग्जरी बेंटले कार ने एक ऑटो और बाइक सवार को टक्कर मार दी, जिसमें 4 लोग घायल हो गए। यह हादसा बेंगलुरु रोड के पास हुआ।

कॉन्ग्रेस नेता का बेटा मोहम्मद नालपाड वर्ष 2018 में एक पब में एक शख्स को बुरी तरह पीट-पीटकर घायल कर देने के आरोप में जेल में बंद था। इसके बाद वो जमानत पर बाहर चल रहा है। कार को टक्कर मारकर चार लोगों को घायल करने के कारण मोहम्मद नालपाड एक बार फिर चर्चा में आ गया है।

सोमवार को इस घटना में नया मोड़ तब आया जब मोहम्मद नालपाड के गनमैन ने इस घटना की जिम्मेदारी ली और कहा कि गाड़ी मोहम्मद नालपाड नहीं बल्कि वो चला रहा था। हालाँकि बेंगलुरु मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, CCTV में यह स्पष्ट देखा गया है कि मोहम्मद नालपाड और उसके दोस्त कार रेस कर रहे थे जब यह हादसा हुआ।

‘बेंगलुरु मिरर’ द्वारा जारी वीडियो से लिया गया मोहम्मद नालपाड की कार का स्क्रीनशॉट

यह हादसा बेंगलुरु के बेलारी रोड के पास रविवार (फरवरी 09, 2020) को हुआ। दरअसल, मोहम्मद नालपाड तेज गति से गाड़ी चला रहा था और कार पहले बाइक और फिर ऑटोरिक्शा से टकरा गई। कार के टक्कर मारने के बाद मोहम्मद नालपाड ने अपनी कार वहीं छोड़ दी और अपने दोस्त की गाडी में बैठकर वहाँ से भाग निकला।

इस टक्कर में एक बाइक सवार के पैर में फ्रेक्चर हुआ है और उसे अस्पताल भर्ती कर लिया गया और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

भारत ने 1 दिन में गिने 64 करोड़ वोट, डोनाल्ड ट्रंप जीत गए पर 18 दिन में भी 1.5 करोड़ वोट गिन नहीं पाया...

मस्क ने हैरानी जताई और कहा कि भारत में 64 करोड़ मतों की गिनती एक दिन में, और यहाँ कैलिफोर्निया में 1.5 करोड़ वोटों की गिनती 18 दिन में भी पूरी नहीं हो पाई।

जामा मस्जिद का सर्वे करने आई टीम, घेराबंदी कर मुस्लिम भीड़ ने की पत्थरबाजी: लाठी-आँसू गैस के गोलों से पुलिस ने संभल में हालात...

रविवार को संभल की जामा मस्जिद का दोबारा से सर्वे हुआ। जैसे ही सर्वे करने के लिए टीम पहुँची इस्लामी कट्टरपंथियों ने घेराबंदी कर पत्थरबाजी शुरू कर दी।
- विज्ञापन -