Sunday, September 8, 2024
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48 बिलियन डॉलर FDI, 19 बिलियन डॉलर का प्राइवेट इक्विटी और वेंचर केपिटल निवेश: नरेंद्र मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि आर्थिक हो या सामाजिक, आज देश परिवर्तन के एक बड़े दौर से गुजर रहा है। बीते कुछ वर्षों में भारत ग्लोबल इकनॉमी सिस्टम का और भी मजबूत अंग बना है। लेकिन अलग-अलग कारणों से अंतरराष्ट्रीय स्थितियाँ ऐसी हैं कि ग्लोबल इकनॉमी कमजोर और कठिन हालत में है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इकोनॉमिक टाइम्स द्वारा आयोजित के ग्लोबल बिज़नेस सम्मेलन में कहा कि इकोनॉमिक हो या सोशल, आज देश परिवर्तन के एक बड़े दौर से गुजर रहा है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बीते कुछ वर्षों में भारत वैश्विक आर्थिक व्यवस्था का भी मजबूत अंग बना है।

दिल्ली में ग्लोबल बिजनेस समिट 2020 में PM मोदी ने कोरोना वायरस के बढ़ते हुए मामलों से शुरू करते हुए कहा- “हमारी सहयोग की भावना को टेस्ट करने के लिए उसे और मजबूत करने के लिए हर युग में नई-नई चुनौती सामने आती हैं। जैसे आज ‘COVID-19′ के रूप में एक बहुत बड़ा चैलेंज दुनिया के सामने है।” पीएम मोदी ने कहा कि विचारों के इस प्रवाह में कॉमन थ्रेड ‘Collaborate To Create’ (सृजन के लिए सहयोग), सतत विकास का विजन आज की आवश्यकता भी है और भविष्य का आधार भी।

पीएम मोदी ने बिजनेस से में कहा कि एक दौर ऐसा था जब एक खास वर्ग की भविष्यवाणी के अनुसार ही चीजें चला करती थीं और जो राय उसने दे दी, वही आखिरी समझी जाती थी। लेकिन टेक्नोलॉजी के विकास से और बातचीत के लोकतंत्रीकरण से अब आज समाज के हर वर्ग के लोगों के विचार मायने रखते हैं।

गुड गवर्नेंस के विषय पर पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के लिए यह सिर्फ सुविधा का नहीं बाकि आस्था का मामला है।

उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि हमने चीफ ऑफ़ डिफेंस (Chief of Defence Staff) बना कर स्थिति को बदला और हमारी सेनाओं में बेहतर तालमेल को सुनिश्चित किया। उन्होंने कहा कि हम कई दशकों से सीडीएस की नियुक्ति की बात सुनते आ रहे थे, लेकिन हमने ये काम कर के दिखाया।

पीएम मोदी ने कहा कि आर्थिक हो या सामाजिक, आज देश परिवर्तन के एक बड़े दौर से गुजर रहा है। बीते कुछ वर्षों में भारत ग्लोबल इकनॉमी सिस्टम का और भी मजबूत अंग बना है। लेकिन अलग-अलग कारणों से अंतरराष्ट्रीय स्थितियाँ ऐसी हैं कि ग्लोबल इकनॉमी कमजोर और कठिन हालत में है।

अपने भाषण में उन्होंने कहा कि 2019 में देश में करीब 48 बिलियन डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) आया और ये ग्रोथ 16% से ज्यादा रही है। उन्होंने बताया कि इसी तरह भारत में पिछले साल 19 बिलियन डॉलर का प्राइवेट इक्विटी और वेंचर केपिटल इंवेस्टमेंट आया और इसमें भी वृद्धि 53% से ज्यादा की वृद्धि रही।

सड़क परिवहन मंत्रालय की कार्य क्षमता पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सतत विकास के मॉडल के अंतर्गत ही अलग-अलग सेक्टरों पर, अलग-अलग क्षेत्रों में इसके परिणाम स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। 6 साल पहले देश में हाइवे निर्माण की रफ्तार प्रति दिन करीब 12 किलोमीटर हुआ करती थी, जबकि आज ये 30 किलोमीटर प्रति दिन के आसपास है।

इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह भी एक अनुभव रहा है जिस क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर को प्रतिस्पर्धा करने की छूट दी जाती है, वो तेजी से आगे बढ़ता है। इसलिए हमारी सरकार अर्थव्यवस्था के ज्यादा से ज्यादा सेक्टर्स को निजी क्षेत्र के लिए खोल रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत पाँच ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य तक पहुँचे इसके लिए हमारी सरकार काम कर रही है। हम लेबर रिफॉर्म्स की दिशा में भी लगातार काम कर रहे हैं। इसके अलावा कॉर्पोरेट टैक्स की ओर ध्यान दिलाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत उन प्रमुख देशों में शामिल है जहाँ कोर्पोरेट टैक्स सबसे कम है इसी कारण विदेशी निवेशकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है।

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने रेलवे में हुए सुधारों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि हमने रेलवे क्षेत्र में एक नए काम की शुरुआत की है। पहली बार ट्रेन देर होने पर पैसा वापसी की शुरुआत हुई है। तेजस एक्सप्रेस से हमने इसकी शुरुआत की है।

उन्होंने कहा कि छह साल पहले हमारे एयरपोर्ट्स करीब 17 करोड़ यात्रियों को हैंडल करता था, अब 34 करोड़ से ज्यादा को हैंडल कर रहे हैं। छह वर्ष पहले हमारे मुख्य पोर्ट्स पर कार्गो हैंडलिंग 550 मिलियन टन के आसपास थी, अब ये बढ़कर 700 मिलियन टन के आसपास पहुँच गई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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