जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी छोड़कर सैयद अल्ताफ बुखारी ने ‘अपनी पार्टी’ के गठन का एलान किया। रविवार (8 मार्च 2020) को बुखारी ने अपनी पार्टी की घोषणा करते समय कहा कि उनकी पार्टी का एकमात्र एजेंडा जम्मू कश्मीर का विकास है। इस पार्टी में न सिर्फ PDP बल्कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कॉन्ग्रेस के भी 30 से ज्यादा नेता शामिल हुए हैं। नई नवेली पार्टी में पूर्व मंत्री से लेकर कई पूर्व विधायक भी हैं। अल्ताफ बुखारी की इस नई पार्टी का एलान बुखारी के लाल चौक स्थित आवास पर किया गया।
#WATCH Former J&K Minister Syed Altaf Bukhari launches Apni Party in Srinagar, J&K https://t.co/blO57bB5wh
— ANI (@ANI) March 8, 2020
इससे पहले शनिवार को पार्टी से जुड़ने वाले नेताओं की अहम बैठक हुई, जिसमें नए दल की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। इस नई पार्टी के अस्तित्व में आने से पीडीपी को तगड़ा झटका लगा है। ‘अपनी पार्टी’ के गठन के बाद जम्मू कश्मीर की राजनीति को 2 परिवारों की जकड़ से निकाल आगे ले जाने का संकल्प लिया गया। साथ ही 370 पर सदा के लिए रोने के बजाय आगे बढ़ने पर भी बल दिया गया।
पार्टी बनाने की घोषणा करते के बाद मीडिया से बातचीत में बुखारी ने कहा कि यह एक बहुत ही खुशी की बात है कि हमने आखिरकार अपनी पार्टी बना ली है और इसे ‘अपनी पार्टी’ के रूप में जाना जाएगा। बुखारी ने कहा कि ये पार्टी आम लोगों की पार्टी है, जो आम लोगों ने बनाई है। ये किसी परिवार की बनाई पार्टी नहीं है और इसका अध्यक्ष कोई भी इंसान दो कार्यकाल से ज्यादा के लिए नहीं हो सकता। उनके अनुसार, “हम पर बहुत सारी जिम्मेदारी है, क्योंकि उम्मीदें और चुनौतियाँ बहुत हैं। मैं जम्मू और कश्मीर के लोगों को विश्वास दिलाता हूँ कि मेरी इच्छाशक्ति मजबूत है।”
प्रेस से बात करते वक्त आर्टिकल 370 और नेताओं की नजरबंदी आदि सवालों पर बुखारी ने खुल कर अपनी राय रखी। पीडीपी की सरकार में मंत्री रहे अल्ताफ बुखारी ने जम्मू कश्मीर के तीन पूर्व सीएम सहित अन्य नेताओं की गिरफ्तारी पर कहा कि लोकतंत्र में नेताओं को नजरबंद रखना सही नहीं है। याद रहे कि आर्टिकल 370 को निरस्त कर जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा खत्म किए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बाँट देने के बाद से राज्य में हिंसा की संभावना को देखते हुए कई नेता नजरबंद रखे गए हैं, जिनमें फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं। वहीं 370 के सवाल पर बुखारी ने कहा कि यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है, जिसके फैसले का हम सभी को इन्तजार है, लिहाजा इस पर अभी बात करने की कतई जरूरत नहीं समझता।
बुख़ारी ने अपनी पार्टी के एजेंडे पर कहा, “राज्य के लोगों के आत्मसम्मान और सम्मान की रक्षा करने, कश्मीरी पंडितों की गरिमापूर्ण वापसी, युवाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण की माँग ‘अपनी पार्टी’ करेगी।” बुखारी ने कहा कि यह सूबे के आम लोगों की पार्टी है, इसलिए इसका नाम ‘अपनी पार्टी’ रखा गया है। और उनकी पार्टी लोगों की तर्कसंगत आकांक्षाओ का ध्यान रखेगी। बकौल बुखारी उनकी पार्टी ऐसा कोई वादा नहीं करेगी, जो सच पर आधारित नहीं हो।
जम्मू कश्मीर के “प्रधानमंत्री” रह चुके बख्शी गुलाम मोहम्मद से अपनी तुलना पर पीडीपी के पूर्व हैवी वेट नेता अल्ताफ बुखारी ने जवाब दिया- अगर बख्शी साहब (बख्शी गुलाम मोहम्मद) के साथ मेरी तुलना की जाती है तो ठीक है, मुझे याद आता है कि बख्शी साहब का पॉलिटिकल और इकोनॉमिक विजन था। उसी विजन को आज उभारने की जरूरत है।
जम्मू-कश्मीर के आर्थिक हालातों का जिक्र करते हुए बुखारी ने कहा कि चाहे छोटा व्यवसायी हो या बड़ा, सबकी हालत खराब है। उन्होंने कहा कि हम चुप बैठते लेकिन मेरे जमीर ने मुझे यह इजाजत नहीं दी। 5 अगस्त के बाद से जेलों में बंद राजनीतिक कैदियों के सवाल पर बुखारी ने ऐसे सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा करने की माँग की।
दिल्ली की राजनीति से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने कहा कि हम इसे इस तरह नहीं देखते कि वहाँ कौन राज कर रहा है, हमारे लिए वहाँ जो भी है, वो भारत सरकार है, जिसके साथ हमें मिलकर चलना है। पार्टी में शामिल हुए और आगे शामिल होने वाले नेताओं से जुड़े सवाल पर बुखारी ने कहा कि हमारी पार्टी ओल्ड एंड यंग चेहरों का मिक्स्चर है। पार्टी में अनुभवी और युवाओं की जरूरत है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीडीपी से निष्कासित अल्ताफ बुखारी के निवास पर कल शनिवार शाम को इस नव गठित ‘अपनी पार्टी’ के कोर ग्रुप की बैठक हुई थी, जिसमें पार्टी के संविधान और एजेंडे को सलाह मशविरे के बाद अंतिम रूप दिया गया था। अल्ताफ बुखारी को पार्टी का अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पूर्व कृषि मंत्री गुलाम हसन मीर ने पेश किया। जिसका समर्थन नेकां से औपचारिक इस्तीफा देने वाले पूर्व एमएलसी विजय बकाया ने किया।
‘अपनी पार्टी’ में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, कांग्रेस व अन्य कई दलों के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक शामिल हुए हैं। अपनी नई पार्टी के गठन की घोषणा के पहले बुखारी ने सभी महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आज के दिन ही नहीं, बल्कि महिलाओं को हर दिन इज्जत दी जानी चाहिए।