केरल में चर्च के एक पादरी को सोमवार (मार्च 23, 2020) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पाऊली पदयट्टी नाम के इस पादरी को राज्य में कोरोना वायरस के मद्देनजर एहतियात के तौर पर जारी किए दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार न हो, इसलिए राज्य में सामूहिक कार्यक्रमों के आयोजन पर रोक लगा दी गई है। मगर इसके बावजूद चलाकुडी निथ्या सह्या मठ चर्च के पादरी ने सरकार के आदेश की अवहेलना करते हुए एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया, जिसमें कम से कम 100 लोगों ने हिस्सा लिया था।
पुलिस ने बताया कि पादरी ने चर्च में सुबह 6:30 बजे प्रार्थना सभा का आयोजन किया था। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस वहाँ पर पहुँची और पादरी को गिरफ्तार कर लिया। पहले पुलिस ने सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हुए पादरी को पुलिस स्टेशन ले जाने से पहले उसे सैनिटाइजर से हाथ धोने के लिए कहा।
हालाँकि, बाद में पादरी को जमानत पर छोड़ दिया गया। पुलिस ने कहा कि पादरी और प्रार्थना सभा में भाग लेने वाले 100 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 269 और केरल पुलिस अधिनियम की धारा 118 के तहत केस दर्ज किया गया है।
शनिवार (मार्च 21, 2020) को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने लोगों को आगाह किया था कि वह भारी संख्या में कहीं न जुटें। उन्होंने कहा था, “हमारी जानकारी में आया है कि कुछ जगहों पर सरकारी निर्देशों की अवहेलना करते हुए बड़ी संख्या में लोगों का जमावड़ा लगा और धार्मिक आयोजन किया गया। सरकार लोगों से फिर अपील कर रही है कि बड़ी संख्या में कहीं न जुटें। अगर निर्देशों का पालन नहीं किया गया तो हम कर्फ्यू लगाने जैसी कठोर कार्रवाई करने से परहेज नहीं करेंगे।”
बता दें कि कोरोना वायरस से देश में अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 415 हो गई है। केरल में कोरोना वायरस से संक्रमण के 15 नए मामलों की पुष्टि होने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 60 हो गई है।