पटना के ऐतिहासिक गाँधी मैदान में हुई एनडीए की संकल्प रैली कई मायनों में अहम रही। सबसे अहम तो यह रहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने करीब नौ साल बाद किसी चुनाव रैली में एक साथ मंच साझा किया।
इस दौरान पीएम मोदी ने अपने भाषण से विपक्ष को तो करारा जवाब दिया ही, साथ ही एयर स्ट्राइक का सबूत माँगने वाले लोगों को भी आइना दिखाया। लोग पीएम मोदी के भाषण से काफी प्रभावित दिखे। यहाँ प्रधानमंत्री ने 850 भारतीय बंदियों को सऊदी अरब से छोड़े जाने और पूरे विश्व में सिर्फ भारत का हज कोटा बढ़ा कर दो लाख करने की भी बात भी कही।
मोदी की इस बात पर यहाँ भाषण सुनने आए लोगों ने अपने विचार रखे। इन्हीं में से एक थे अब्दुल जब्बार कासमी। इन्होंने पीएम मोदी की तुलना अल्लाह से कर दी। अब्दुल जब्बार ने कहा कि मोदी जी अल्लाह तो नहीं है। मोदी जी इंसान है और इंसान अल्लाह से बढ़कर तो नहीं होता। लेकिन अल्लाह जो फैसला करेगा, मोदी वही करेगा। वहीं जब उनसे प्रधानमंत्री बनने के बारे में पूछा गया कि मोदी और राहुल में से किसे पीएम बनना चाहिए तो उन्होंने इसे भी अल्लाह के ऊपर छोड़ते हुए कहा जो अल्लाह चाहेगा, वही होगा।
इस मौके पर एक महिला भी पीएम मोदी का पूर्ण समर्थन करती दिखीं। महिला का कहना था कि जब पीएम मोदी ने इतनी बड़ी बात सुलझा दी तो हम उन्हें एक बार नहीं, पाँच बार जिताएँगे और आगे बढ़ाएँगे। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है और उन्हें ही आगे भी जिताना चाहिए।
बता दें कि पीएम मोदी ने भाषण देते हुए कहा कि 50 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है, जब भारत को इस्लामिक कॉन्फ्रेंस में गेस्ट ऑफ ऑनर का सम्मान मिला है। पीएम ने कहा कि हाल में भारत दौरे पर आए सऊदी अरब के प्रिंस क्राउन से अरब के जेलों में छोटी-मोटी गलती के कारण बंद भारतीय बंदियों की रिहाई पर बात हुई। जिसके बाद उन्होंने 850 बंदियों को छोड़ने का फैसला भी कर लिया है। इसके साथ ही हज पर जाने वाले भारतीयों का कोटा बढ़ाते हुए दो लाख कर दिया गया। ऐसा सिर्फ भारत के लिए ही हुआ है।