पिछले कई दिनों से चर्चा के साथ विवाद का विषय बने बॉयज लॉकर रूम (Boys Locker Room/Bois Locker Room) मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल की टीम ने एक बड़ा खुलासा किया है। पुलिस टीम ने खुलासा किया कि जो स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे, जिनमें एक लड़की के साथ गैंगरेप की योजना बनाने की बात कही गई थी, उसका मास्टरमाइंड कोई लड़का नहीं बल्कि एक नाबालिग लड़की है।
दरअसल लड़की ने एक लड़के के नाम से फर्जी एकाउंट बनाकर और उनके साथ गैंगरेप की योजना के बारे में बात इसलिए की थी, जिससे कि वह उन लड़कों की लड़कियों के प्रति मानसिकता के बारे में पता लगा सके।
#BoisLockerRoom की जांच में पता चला कि लड़की ने सिद्धार्थ नाम के लड़के के नाम से फर्जी ID बनाई, #SexualAssault की बात की, जबकि लड़के ने खुद इस बात की जानकारी बाकी लड़कों और जिस के बारे में बात हुयी उसे दी।लड़की ने शिकायत इसलिये नहीं की क्योंकि फर्जी ID से बात वहीं कर रही थी।👇🏼 pic.twitter.com/13zvYKoh4J
— Jitender Sharma (@capt_ivane) May 10, 2020
ज़ी न्यूज़ के पत्रकार जितेन्द्र शर्मा द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बॉयज लॉकर रूम (Boys Locker Room/Bois Locker Room) मामले की जाँच में पता चला है कि लड़की ने सिद्धार्थ नाम के लड़के के नाम से फर्जी ID बनाई और SexualAssault की बात की। जबकि लड़के ने खुद इस बात की जानकारी बाकी लड़कों और जिसके बारे में बात हुई, उसे दी। लड़की ने शिकायत इसलिए नहीं की क्योंकि फर्जी आईडी से बात वही कर रही थी।
The purpose of her sending such chat messages using a fake, fictional identity was to check the reaction of the receiver boy and the strength of his character.
— Saurabh Trivedi (@saurabh3vedi) May 10, 2020
जितेन्द्र शर्मा द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि लड़की ने सिद्धार्थ नाम के लड़के से एक फर्जी आईडी बनाकर दूसरे लड़कों के साथ चैट की। दरअसल लड़की के चैट करने का उद्देशय अपनी जैसी लड़की के बारे में लड़कों की सोच को जानना था।
पुलिस उपायुक्त (साइबर सेल) एनेश रॉय ने बताया कि इस तरह के संदेश मिलने पर लड़के (संदेश प्राप्त करने वाले) ने बात करने से इनकार कर दिया। फिर उस लड़के ने बातचीत के स्क्रीनशॉट लेकर अपने दूसरे दोस्तों को भेजे, जिसमें वह लड़की भी शामिल थी, जिसने सिद्धार्थ नाम की फर्जी आईडी बनाकर संदेश भेजा था। उन्होंने कहा कि लड़की ने यह जानते हुए भी कि उसे यौन उत्पीड़न की सलाह देने वाला सिद्धार्थ नाम का एकाउंट फर्जी है, उसने किसी को बताना जरूरी नहीं समझा।
हालाँकि इसके बाद लड़की ने फर्जी एकाउंट को डिलीट कर दिया, लेकिन इससे पहले ही बातचीत के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। बॉयज लॉकर रूम (Boys Locker Room/Bois Locker Room) ग्रुप की सारी चैट सोशल मीडिया में पब्लिक प्लेटफॉर्म पर आने के बाद दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर इसकी जाँच शुरू की दी और नोएडा निवासी ग्रुप के एडमिन को गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली साइबर सेल की जाँच में सामने आया कि सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर बने बॉयज लॉकर रूम में 20 से ज्यादा सदस्य आपस में चैट कर रहे थे। आपको बता दें कि इस मामले से जुड़े 24 लोगों से पुलिस पूछताछ कर चुकी है।