चक्रवाती तूफान निसर्ग (Cyclone Nisarga) अब मुंबई से केवल 200 किलोमीटर दूर है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार चक्रवात ‘निसर्ग’ आज दोपहर से शाम तक में मुंबई से करीब 94 किमी की दूरी पर स्थित अलीबाग के पास टकराएगा।
जिसके कारण भारी तबाही की आशंका को देखते हुए मुंबई और गुजरात में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। बताया जा रहा है इस तूफान से पालघर और रायगढ़ स्थिति केमिकल और परमाणु संयत्र पर भी मुसीबत आ सकती है।
IMD मुंबई की वैज्ञानिक शुभांगी भूटे ने इस संबंध में चेतावनी देते हुए बताया है कि निसर्ग तूफान इस समय चक्रवाती तूफान बन गया है। इसके कारण हवा की रफ्तार 100-120 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। उनके अनुसार पूरे रायगढ़, ठाणे, मुंबई, पालघर में भारी बारिश की संभावनाएँ हैं।
People are advised to remain indoors but mobilise evacuation from low lying areas. I advise fishermen to suspend operations¬ venture into Eastcentral&Northeast Arabian Sea&along&off Karnataka-Goa-Maharashtra-south Gujarat coast: Dr. Harsh Vardhan, Union Min of Earth Sciences https://t.co/fZaji4Jciz
— ANI (@ANI) June 3, 2020
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी इस मामले पर कहा, निसर्ग तूफान एक गंभीर चक्रवात में तब्दील हो गया है। सुबह 5:30 बजे यह अलीबाग से 165 और मुंबई से 215 किलोमीटर दूर है। लोग अपने घरों में ही रहें। उन्होंने कहा कि मछुआरे समुद्र की ओर न जाएँ।
6 घंटे में 13 किमी प्रति घंटे के साथ आगे बढ़ रहा निसर्ग
मौसम विभाग के ताजा अनुमान के मुताबिक निसर्ग पिछले 6 घंटों के दौरान 13 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तरी महाराष्ट्र तट की ओर बढ़ा। यह अलीबाग से 155 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और मुंबई से 200 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रीत है।
#CycloneNisarga approaching north Maharashtra coast with a speed of 13 kmph during past 6 hours. It is 155 km south-southwest of Alibag and 200 km south-southwest of Mumbai: India Meteorological Department (IMD) pic.twitter.com/P9AnIUhNVv
— ANI (@ANI) June 3, 2020
NDRF की टीमें तैनात
साइक्लोन निसर्ग (Cyclone Nisarg) की वजह से महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की 20 टीमों को तैनात किया गया। मुंबई में आठ टीमें, रायगढ़ में 5 टीमें, पालघर में 2, ठाणे में 2, रत्नागिरी में 2 और सिंधुदुर्ग में 1 टीम को तैनात किया गया है।
वहीं महाराष्ट्र-गुजरात में कुल मिलाकर 33 टीमें तैनात हुई हैं। इधर, नौसेना के मुंबई स्थित पश्चिम कमान ने भी अपनी सभी टीमों को अलर्ट जारी कर दिया है। दोनों राज्यों से अब तक 40 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पहुँचाया गया है और बाकी तटीय इलाकों से लोगों को निकालने का काम भी जारी है।
महाराष्ट्र समेत गुजरात, केंद्र शासित प्रदेश दमन व दीयू और दादर नगर हवेली में लोगों की सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आश्वासन दिया है कि वह महाराष्ट्र, गुजरात, दमन दीव, दादरा और नगर हवेली को सभी तरह से सहायता करेंगे।
Evacuation process conducted by NDRF teams in Daman: National Disaster Response Force. #CycloneNisarga pic.twitter.com/KhTeqGhgB6
— ANI (@ANI) June 3, 2020
105 से 110 KM प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएँ- महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात निसर्ग के बुधवार को दक्षिण गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तट से होकर गुजरने का अनुमान है। उस समय 105 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ चल सकती हैं।
दक्षिण गुजरात और तटीय महाराष्ट्र में इस दौरान अत्यधिक भारी बारिश का भी पूर्वानुमान है। वहीं, तेज हवाओं से सैकड़ों पेड़, बिजली के खंभों और दूरसंचार टावर उखड़ने की आशंका है।
अम्फान से थोड़ा कमजोर है निसर्ग चक्रवात
गौरतलब है कि इससे पहले मौसम विज्ञान विभाग ने कहा था कि अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र और गहरा हो गया है। चक्रवात निसर्ग के बुधवार को देर शाम तक उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तटों तक पहुँचने का अनुमान है।
हालाँकि, अम्फान के मुकाबले निसर्ग थोड़ा कमजोर है, लेकिन आपदा प्रबंधन दल फिर भी इसके लिए भी कमर कस चुके हैं। NDRF के दल दोनों राज्यों में तटीय इलाकों से लोगों को निकालने का काम कर रहे हैं। वे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने और जागरूक करने का काम कर रहे हैं।
निसर्ग के कारण हो सकती है 24 घंटों में भारी बारिश के आसार
बता दें, समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार मौसम विभाग ने कहा है कि अगले कुछ घंटों में मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में भी बारिश के आसार हैं। विभाग के अनुसार तटीय कर्नाटक और मराठावाड़ा में भी बारिश के अनुमान हैं। इसके अलावा अगले 24 घंटों में मुंबई समेत महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में भारी बारिश के आसार हैं।