Friday, October 18, 2024
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आतंकवादियों को मस्जिदों का उपयोग न करने दें, J&K में 1 महीने में दूसरी बार मस्जिद से हुई गोलीबारी: IG विजय कुमार

"पिछले साल जनवरी से जून के बीच 129 युवा आतंकी संगठनों में शामिल हुए। इस साल 6 महीने में 67 युवा आतंकी बने हैं। जिसमें से 24 मारे गए हैं। 12 गिरफ्तार कर लिए गए हैं, जबकि बाकी अभी भी सक्रिय हैं। हम युवाओं के माता-पिता से अपील करते हैं कि उन्हें मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कदम उठाएँ।"

जम्मू कश्मीर में भारतीय सशस्त्र बल आतंकियों का तेज़ी से सफाया कर रहे हैं। इससे बौखलाए आतंकी अब आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। इसी बीच सीआरपीएफ (CRPF) के गश्ती दल पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान वीरगति को प्राप्त हो गया। तीन अन्य जवान घायल हो गए और एक आम नागरिक की मौत हो गई है।

कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि आतंकियों ने सीआरपीएफ दस्ते पर मस्जिदों से गोलीबारी की थी। उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने में आतंकवादियों ने दूसरी बार अपने नापाक ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए मस्जिदों का इस्तेमाल किया है। आईजी विजय कुमार ने कहा, “मैं मस्जिद समितियों से अनुरोध करता हूँ कि आतंकवादियों को धार्मिक स्थलों का उपयोग न करने दें।”

उन्होंने आगे कहा, “पिछले साल जनवरी से जून के बीच 129 युवा आतंकी संगठनों में शामिल हुए। इस साल 6 महीने में 67 युवा आतंकी बने हैं। जिसमें से 24 मारे गए हैं। 12 गिरफ्तार कर लिए गए हैं, जबकि बाकी अभी भी सक्रिय हैं। हम युवाओं के माता-पिता से अपील करते हैं कि उन्हें मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कदम उठाएँ।”

बता दें कि आम नागरिक की मौत के बाद उनकी लाश के पास फँसे ती साल के बच्चे को सीआरपीएफ के जवान और जम्मू कश्मीर पुलिस ने अपनी जान पर खेल कर बचाया। बच्चे को आतंकियों की गोलियों की बौछार के बीच बचाना चुनौती भरा काम था, जिसके लिए CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपनी ज़िंदगी दाँव पर लगा दी। वायरल तस्वीरों में उक्त बच्चे को अपने नाना जी की लाश पर बैठा देखा जा सकता है। उसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक जवान की गोद में रेस्क्यू किए गए बच्चे को देखा जा सकता है।

आईजी ने कहा कि अलग-अलग स्थानों पर हुईं मुठभेड़ में हमने 121 हथियार बरामद किए हैं। जिनमें से 62 एके-47, एक एम-4 राइफल, एक पीका गन और 44 पिस्टल बरामद किए गए हैं। इस साल अबतक 22 आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए गए हैं। 22 हार्डकोर आतंकी भी पकड़े गए हैं। साथ ही 309 आतंकियों के मददगारों को पकड़ने में सफलता मिली है। वहीं 15 नागरिकों की जान गई है। 

उन्होंने कहा कि पिछले छह महीनों में कश्मीर में 118 आतंकवादी मारे गए हैं। जिसमें से 57 हिजबुल के हैं। इस अवधि में रियाज नायकू समेत कई शीर्ष कमांडरों को मार गिराया गया है। अब हमारा लक्ष्य जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों का सफाया करना है। कई शीर्ष आतंकी हमारी सूची में शामिल हैं। लश्कर के भी कई आतंकी निशाने पर हैं। आतंकी संगठनों में शामिल होने वालों की संख्या में कमी आई है। जोकि कश्मीर घाटी के लिए अच्छा संकेत है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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