लोकसभा चुनाव 2019 के लिए NDA ने बिहार के लिए 40 सीटों के बँटवारे की घोषणा कर दी है। सीटों के इस बँटवारे से यह साफ़ हो गया है कि बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी किन सीटों से चुनाव लड़ने की तैयारी में है। बता दें कि लोक जन शक्ति पार्टी नवादा के संसदीय क्षेत्र से ही चुनाव लड़ेगी।
आइये सीटों के बँटवारे पर एक नज़र डालते हैं, जो इस प्रकार हैं :
भारतीय जनता पार्टी
- पटना साहिब
- पाटलीपुत्र
- सारण
- आरा
- बक्सर
- औरंगाबाद
- मधुबनी
- बेगुसराय
- उजियारपुर
- पूर्वी चंपारण
- शिवहर
- दरभंगा
- पश्चिम चंपारण
- मुजफ्फरपुर
- अररिया
- महाराजगंज
- सासाराम
जनता दल यूनाइटेड
- सुपौल
- किशनगंज
- कटिहार
- गोपालगंज
- सीवान
- भागलपुर
- सीतामढ़ी
- जहानाबाद
- काराकाट
- गया
- पूर्णिया
- मधेपुरा
- बाल्मिकीनगर
- मुंगेर
- बांका
- झांझरपुर
- नालंदा
लोकजन शक्ति पार्टी
- वैशाली
- हाजीपुर
- समस्तीपुर
- खगड़िया
- नवादा
- जमुई
पिछले काफी समय से यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि नवादा सीट एलजेपी के खाते में ही जा सकती है। सीटों के इस बँटवारे से अब यह बात स्पष्ट हो गई है। वहीं भागलपुर की सीट जेडीयू के हिस्से आई है और इसी के साथ शाहनवाज़ हुसैन के चुनाव लड़ने की स्थिति पर सवालिया निशान अभी भी बरक़रार है। इससे पहले 2014 के चुनाव में शाहनवाज़ हुसैन को इसी सीट पर हार का सामना करना पड़ा था।
कीर्ति आज़ाद के पार्टी छोड़ने के बाद भी पटना सीट को बीजेपी ने अपने पाले में रखा हुआ है। वहीं शत्रुघ्न सिन्हा के चुनाव लड़ने पर भी संशय बना हुआ है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी इस सीट पर अपना कोई नया उम्मीदवार उतारेगी। इसके अलावा बीजेपी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि बिहार कोटे से पाँचो केंद्रीय मंत्री चुनाव लड़ेंगे।
जानकारी के अनुसार, बिहार में बीजेपी और जेडीयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और एलजेपी के हिस्से में 6 सीटें आई हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में NDA ने बिहार की 31 सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन उस समय जेडीयू का एनडीए से किसी प्रकार का गठबंधन नहीं था। अबकी लोकसभा चुनाव-2019 में बीजेपी ने जेडीयू के साथ सीटों के बँटवारे पर सहमति बनाने के लिए अपनी जीती हुई 5 सीटें छोड दी हैं।