उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई घटना पर प्रतिक्रियाओं का दौर अभी तक जारी है। ताज़ा मामले में कॉन्ग्रेस नेता निजाम मलिक ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने हाथरस की घटना पर कहा है कि जो व्यक्ति आरोपितों का सिर कलम करेगा, उसे उनका समुदाय 1 करोड़ रुपए का इनाम देगा। इस बयान के चर्चा में आने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज करके कॉन्ग्रेस नेता को गिरफ्तार कर लिया है।
निजाम मलिक कॉन्ग्रेस पार्टी के जिला उपाध्यक्ष हैं। सचिन गुप्ता नाम के यूज़र द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए इस वीडियो में निजाम मलिक का बयान साफ़ तौर पर सुना जा सकता है। बयान देते हुए निजाम मलिक ने कहा, “जिन दरिंदों ने बलात्कार किया है, मैं अपने समाज और खुद की तरफ से माँग करता हूँ कि उन्हें फाँसी की सज़ा होनी चाहिए। जो लोग उन अपराधियों का सिर काट कर लाएँगे उन्हें हमारा समाज 1 करोड़ रुपए का इनाम देगा।”
#Hathras | #Bulandshahr | उप्र में बुलंदशहर के कांग्रेस नेता निजाम मलिक का ऐलान-#हाथरस पीड़िता के आरोपियों का जो सिर कलम करेगा, उसे एक करोड़ रुपए देंगे।
— Sachin Gupta | सचिन गुप्ता (@sachingupta787) October 4, 2020
वीडियो वायरल होते ही बुलंदशहर जिला पुलिस ने कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया। pic.twitter.com/WesvRXZeVc
बयान विवादित होने की वजह से बहुत जल्द सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया। जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस तुरंत हरकत में आई और निजाम मलिक को मुंडाखेड़ा चौराहे से गिरफ्तार किया। बुलंदशहर पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके इस गिरफ्तारी की पुष्टि की। बुलंदशहर पुलिस के ट्वीट में लिखा था, “उक्त संबंध में तत्काल थाना खुर्जानगर पर समुचित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है।”
उक्त संबंध में तत्काल थाना खुर्जानगर पर समुचित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है।
— Bulandshahr Police (@bulandshahrpol) October 4, 2020
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस मामले की सीबीआई जाँच के आदेश दे चुके हैं। यह फैसला इस मामले की सीबीआई जाँच की माँग के बाद आया था। पीड़िता के पिता ने सीबीआई जाँच की माँग की थी, जिसे यूपी के सीएम ने मान लिया है।
यूपी सीएम दफ्तर की ओर से ट्वीट कर सीबीआई जाँच की जानकारी दी गई थी। यूपी सीएम दफ्तर की ओर से ट्वीट किया गया, “मुख्यमंत्री श्री योगी जी ने सम्पूर्ण हाथरस प्रकरण की जाँच सीबीआई से कराए जाने के आदेश दिए हैं।” इससे पहले, उन्होंने अपराध की जाँच के लिए एक एसआईटी गठित करने का आदेश दिया था।