Monday, December 23, 2024
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मैं कन्हैया समर्थक, उसे टिकट न देकर RJD ने की बहुत बड़ी ग़लती, गाँधी-मार्क्स एक जैसे: दिग्विजय

'दिग्गी राजा' ने यूपीए की पहली जीत का श्रेय भी लेफ्ट को दिया। कन्हैया पर देशविरोधी नारे लगाने के आरोपों को उन्होंने झूठा करार दिया। उन्होंने दावा किया कि एक चैनल ने भाजपा-संघ के लड़कों को खड़ा करा कर देशविरोधी नारे लगाए और कन्हैया को फँसा दिया।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने-आप को कन्हैया कुमार का बड़ा समर्थक बताया है। कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय ने वामपंथी पार्टी सीपीआई के नेता कन्हैया कुमार की तारीफों के पुल तब बाँधे हैं जब सीपीआई और कॉन्ग्रेस गठबंधन में नहीं है। बेगूसराय में राजद-कॉन्ग्रेस महागठबंधन के प्रत्याशी तनवीर हसन हैं और दिग्विजय ने अपने गठबंधन के प्रत्याशी का समर्थन न करके कन्हैया की प्रशंसा की है। दिग्विजय सिंह ने इस बारे में बोलते हुए कहा, “मैं कन्हैया कुमार का समर्थक हूँ। मैंने अपनी पार्टी में भी इस बात को कहा था कि राजद ने बहुत बड़ी ग़लती की है। मैंने इस बात के लिए प्रयास भी किए कि ये सीट (बेगूसराय) सीपीआई के हिस्से में दे दी जाए।

भोपाल से कॉन्ग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने बताया कि 8 और 9 मई को कन्हैया कुमार उनके पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए भोपाल आ रहे हैं। दिग्विजय ने उक्त बातें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यालय पहुँच कर कही। भाकपा कार्यालय पहुँचे ‘दिग्गी राजा’ ने कॉन्ग्रेस को एक इंद्रधनुष बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी में लेफ्ट भी है और राइट भी है। उन्होंने यूपीए की पहली जीत का श्रेय भी लेफ्ट को दिया। कन्हैया पर देशविरोधी नारे लगाने के आरोपों को उन्होंने झूठा करार दिया। उन्होंने दावा किया कि एक चैनल ने भाजपा-संघ के लड़कों को खड़ा करा कर देशविरोधी नारे लगाए और कन्हैया को फँसा दिया।

दिग्विजय यहीं नहीं रुके, उन्होंने महात्मा गाँधी और कार्ल मार्क्स की तुलना करते हुए कहा कि दोनों में थोड़ा ही फ़र्क़ था। भारतीय कम्युनियस्ट पार्टी की भोपाल इकाई ने दिग्विजय सिंह का समर्थन करने की बात कही है। भोपाल के चुनाव पर पूरे देश की नज़रें हैं क्योंकि भाजपा द्वारा साध्वी प्रज्ञा को मैदान में उतारने के बाद यह सीट हाई प्रोफाइल हो गई है। पिछले डेढ़ दशक से दिग्विजय ने कोई लोकसभा या विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है। ऐसे में, उनकी चुनावी वापसी की राह में साध्वी प्रज्ञा के आने से दिग्विजय भोपाल में पूरा ज़ोर लगा रहे हैं।

वहीं अगर कन्हैया कुमार की बात करें तो बेगूसराय में सीपीआई प्रत्याशी के रूप में उनका मुक़ाबला भाजपा के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह और राजद प्रत्याशी तनवीर हसन से है। जहाँ कन्हैया के लिए जेएनयू से आए लोग प्रचार कर रहे हैं, हसन ने भी एएमयू से लड़कों को चुनाव प्रचार के लिए बुलाया है। दिग्विजय द्वारा कन्हैया की प्रशंसा भोपाल में भाकपा का समर्थन पाने के बाद किया गया। बेगूसराय में कॉन्ग्रेस राजद के साथ है और सीपीआई के विरुद्ध है जबकि भोपाल में कॉन्ग्रेस सीपीआई का समर्थन ले रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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