बॉलीवुड में पसरा हिंदूफोबिया अक्सर सिनेमा और वेबसीरीज के माध्यम से दर्शकों में देखा जाता रहा है, लेकिन हाल में अमेरिकी पॉप सिंगर रिहाना के टॉपलेस तस्वीर के साथ भगवान गणेश के लॉकेट ने इस बात को चर्चा में ला दिया है कि क्या ऐसी कोशिश हॉलीवुड ने भी शुरू कर दी है?
वास्तविकता में हॉलीवुड में हिंदूफोबिया कोई नई बात नहीं है। इससे पहले अमेरिका की एक महिला रैपर कार्डी बी ने रिबॉक के स्निकर्स को प्रमोट करने के लिए दुर्गा माँ का मजाक उड़ाया था।
नेक लेस टॉप के साथ वह हाथ में लाल रंग के जूते लिए नजर आई थी और उनका अवतार बिलकुल ऐसा था जैसे हिंदू ग्रंथों में देवी दुर्गा के लिए दर्शाया जाता रहा है। उनकी वह तस्वीर देखने के बाद कई भारतीयों ने इसका विरोध किया था, जिसके चलते उन्हें माफी माँगनी पड़ी थी।
ऐसे ही साल 2008 में हेदी क्लम (Heidi Klum) ने एक हैलोवीन पार्टी में काली माँ का रूप धारण कर हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया था। उनके इस रूप की तस्वीरें वायरल होने के बाद कई हिंदू नेताओं ने उनका विरोध किया था और उनसे सार्वजनिक तौर पर माफी माँगने को कहा गया था। हिंदू नेताओं का कहना था कि काली की पूजा हिंदू मंदिर में करते हैं, पब्लिसिटी स्टंट के लिए क्लब में नहीं लाया जा सकता।
साल 2017 में कैटी पैरी का एक सोशल मीडिया पोस्ट इसी तरह वायरल हुआ था। उसमें अपने मूड की तुलना उन्होंने काली माँ की तस्वीर से शेयर करके की थी। कैटी के ऐसे प्रयासों को हिंदुओं ने अभद्र करार दिया था।
इसी तरह डीजे ओ कार्ली ने भी अपनी आस्था के नाम पर देवी काली के रूप का इस्तेमाल हैलोवीन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए किया था। लोगों ने इसे देख उन पर गुस्सा जाहिर किया था और कहा था कि हमारा धर्म तुम्हारा हैलोईन कॉस्ट्यूम नहीं है।
उक्त घटनाओं से ये साफ है कि हिंदू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाना या उन्हें गलत तरह से प्रस्तुत करना हॉलीवुड के लिए कोई नई बात नहीं है। रिहाना ने भी नग्न तस्वीर के साथ गणेश लॉकेट की तस्वीर साझा करके सिर्फ़ उसी परंपरा को आगे बढ़ाया है, जहाँ हिंदुओं की आस्था से ख़िलवाड़ सामान्य माना जाने लगा है।
नंगे शरीर पर गणेश जी का लॉकेट लटका कर फोटो खिंचवाने का क्या मतलब हो सकता है? हिंदुओं को आहत करने से अधिक कुछ भी नहीं। प्रोग्रेसिव फोटोशूट की बात थी तो लॉकेट के रूप में कोई और चीज भी गले में लटकाई जा सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया, क्योंकि उसे हिंदू समुदाय, महिला की निजता का मामला मानता और भावनाओं को ठेस दूर-दूर तक नहीं पहुँचती।
दिलचस्प बात यह है कि हिंदू देवताओं का लॉकेट गले में टाँग अपनी टॉपलेस तस्वीर ख़िंचाने वाली रिहाना वही खुले विचारों की महिला हैं, जिन्हें जब मस्जिद के बाहर फोटोशूट कराना था तो वह नकाब ओढ़ कर गई थीं, जबकि उससे पहले तक उन्हें उनके सेक्सी पोज और न्यूड फोटोशूट के लिए जाना जाता था।
शायद, रिहाना को मालूम था कि यदि वो एक निश्चित समुदाय के प्रति इतना सम्मान नहीं दिखाएँगी तो उनका क्या होगा। लेकिन फिर भी हालत देखिए, अपनी तरफ से सामान्य पहनावा पहनने के बावजूद शेख जायद शाही मस्जिद के अधिकारियों ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था, वो भी सिर्फ़ इसलिए क्योंकि उन्होंने अपने फोटोशूट के दौरान कोई गलत पोज देने की कोशिश की थी। उससे पूर्व मस्जिद के कंपाउंड में खड़े होकर पोज देने के लिए भी बहुत हंगामा मचा था।
मालूम हो कि रिहाना अकेली ऐसी हस्ती नहीं हैं, जिन्हें इस्लामी रिवाज के कारण मस्जिद के बाहर या फिर इस्लामी देश में उटपटांग फोटोशूट कराने के लिए चलता किया गया हो। अभी हाल में मुस्लिम देश दुबई में एक प्लेबॉय मॉडल ल्युआना सैंडियन को टॉपलेस तस्वीर खिंचवाना भारी पड़ गया था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूज़र्स आलोचनाओं के साथ उन्हें धमकी भरे मैसेज भेजे जाने लगे थे।
हालाँकि, इस मामले को लेकर मॉडल का कहना था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। शूट के दौरान उन्होंने हाथों से अपने ब्रेस्ट को ढक लिया था। उनके अलावा पॉप स्टार सेलेना गोमेज के आबू धाबी की ग्रैंड मस्जिद में ड्रेस उठाकर टखने दिखाते तस्वीर पर विवाद हुआ था। बात इतनी बढ़ गई थी कि सेलेना को लोगों की नाराजगी और बढ़ते विवाद को देख कर अपनी ये दोनों तस्वीरें अपने अकाउंट से हटानी पड़ी थी।