Thursday, May 9, 2024
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TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने हिंदू नव वर्ष पर शुभकामनाओं को ‘कट्टरता’ से जोड़ा

महुआ मोइत्रा द्वारा हिंदू नववर्ष को कट्टरता से जोड़ने पर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने टीएमसी सांसद की क्लास लगा दी।

तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा को सेक्युलरिज्म के चक्कर में अब हिंदू नववर्ष भी कट्टरपंथ लगने लगा है। उनके अनुसार बीजेपी द्वारा हिंदू नव वर्ष की शुभकामनाएँ देना ‘कट्टरता’ है।

महुआ मोइत्रा का ट्वीट

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन 12 अप्रैल 2021 को हिंदू कैलेंडर के अनुसार नया साल विक्रम संवत 2078 शुरू हुआ। बहुत सारे हिंदू नए साल का जश्न चैत्र महीने में इसकी शुरुआत पर मनाते हैं। ठीक इसी तरह बहुत सारे हिंदू, विशेष रूप से गुजरात में कार्तिक महीने में दिवाली के अगले दिन को नए साल के रूप में मनाते हैं। यही कारण है कि हिंदू धर्म में अलग-अलग समुदाय साल के अलग-अलग दिनों को नए साल के रूप में मनाते हैं। इसके अलावा भारत के विभिन्न हिस्सों में, हिंदू कैलेंडर के महीनों में भी भिन्नता देखने को मिलती है। जबकि देश के कुछ हिस्सों में यह चैत्र है, कुछ में वैशाख से शुरू हो गया है, जो बंगाल, असम और त्रिपुरा में लोगों के लिए नया साल है।

लेकिन, ऐसा प्रतीत होता है कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा इस बात से नाखुश थीं कि भाजपा ने हिंदुओं को नए साल की शुभकामनाएँ दी है। इतना ही नहीं वह शुभकामनाओं को ‘रेडिकलाइजेशन’ कह रही हैं।

बंगालियों को लेकर उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में नए साल की शुभकामनाएँ ‘पोइला बैसाख’ से शुरू होती हैं, न कि ‘हिंदू नव वर्ष‘ से। पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश की संस्कृतियाँ एक हैं और बांग्लादेश एक इस्लामिक राष्ट्र है।

महुआ द्वारा हिंदू नववर्ष को कट्टरता से जोड़ने पर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने टीएमसी सांसद की क्लास लगा दी।

कुछ ने यह भी बताया कि बांग्लादेश में जो लोग पोइला बैशाख मनाते हैं, वो वास्तव में हिंदू हैं।

कुछ लोगों ने इसे हिंदुत्व को लेकर उनकी अज्ञानता बताई।

हिंदू नव वर्ष का जश्न मनाने वालों को ‘कट्टर’ बताने की कोशिश में किए गए इस ट्वीट से महुआ की हिंदू घृणा दिखती है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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