Sunday, November 24, 2024
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बॉर्डर पर इफ्तार पार्टी और किसान संक्रमित हुए तो केंद्र जिम्मेदार: वैक्सीन ले दोहरा ‘खेला’ कर रहे राकेश टिकैत

इफ्तार पार्टी को लेकर सवाल किए जाने पर स्वयंभू किसान नेता ने कहा कि सरकार ने 50 लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत दी है। वहाँ तो सिर्फ़ 22-35 लोग थे। कोई एक-दूसरे से नहीं मिला, न किसी ने हाथ मिलाया।

कोरोना की भयानक आपदा के बीच भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता और स्वयंभू किसान नेता राकेश टिकैत का एक वीडियो सामने आया है। 3 लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले आने के बावजूद टिकैत इसमें कोविड नियमों को ताक पर रखते हुए गाजीपुर बॉर्डर पर इफ्तार पार्टी का आयोजन करते दिख रहे हैं। सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह कथित प्रदर्शनकारी एक-दूसरे के आस-पास बैठे हैं।  

खुद कोरोना वैक्सीन लगवा चुके ये वही टिकैत हैं, जिनका कहना है कि यदि प्रदर्शनकारी किसान संक्रमित होते हैं तो इसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी। वहीं इफ्तार पार्टी को लेकर सवाल किए जाने पर वे कहते हैं कि सरकार ने 50 लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत दी है। वहाँ तो सिर्फ़ 22-35 लोग थे। कोई एक-दूसरे से नहीं मिला, न किसी ने हाथ मिलाया।

मालूम हो कि सार्वजनिक स्थल को घेर कर बैठने वाले प्रदर्शनकारी इस संकट की घड़ी में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली गाड़ियों की आवाजाही भी बाधित कर रहे हैं। इनका कहना है कि प्रदर्शनस्थल इनका घर बन गया है। अब वह इसे छोड़कर कहाँ जाएँ।

टिकैत ने प्रदर्शन न खत्म करने की बात कहते हुए कहा, “किसान अपने घर ही हैं। उन्हें कहाँ जाने को कह दें। क्या कोरोना यहाँ से फैल रहा है? हम पाँच महीने से हैं यहाँ, ये हमारा घर हो गया है… कई किसानों ने वैक्सीन ले ली है। लेकिन दूसरी डोज लेने के लिए उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ रहा है। हमने अधिकारियों से यहाँ कैंप लगाने को कहा है।”

गौरतलब है कि कोरोना महामारी के बीच किसान आंदोलन खत्म न करने की जिद्द पर अड़े किसान नेता राकेश टिकैत खुद कोरोना वैक्सीन लगवा चुके हैं और बाकी किसानों के लिए कह रहे हैं कि अगर किसी किसान को कोविड हुआ तो उसकी जिम्मेदार केंद्र सरकार होगी।

रिपब्लिक टीवी से बात करते हुए टिकैत ने कुछ दिन पहले कहा था, “आंदोलन अगर खत्म हो जाए तो क्या देश से कोरोना खत्म हो जाएगा। वे हमारे गाँव हैं जहाँ हम 5 महीने से रह रहे हैं। अगर किसान कोरोना वायरस से संक्रमित होते हैं, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी। जब देश भर में COVID-19 के मामले बढ़ रहे हैं, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है? क्या इसके लिए भी किसान ही जिम्मेदार हैं?”

टिकैत ने आगे कहा कि अगर कोई बीमारी है, तो सरकार को इसका इलाज सुनिश्चित करना चाहिए और इसके लिए अस्पतालों का निर्माण करना चाहिए। राजनेता अन्य उद्देश्यों के लिए धन एकत्र कर रहे हैं। वे रैलियाँ कर रहे हैं और चुनाव लड़ रहे हैं।

बता दें कि ये दिल्ली का दुर्भाग्य है कि एक ओर पिछले 24 घंटे में यहाँ से 24 हजार नए मामले आए हैं, जगह-जगह लोग मेडिकल सुविधा के अभाव में तड़प रहे हैं और दूसरी ओर सीमा पर बैठकर राकेश टिकैत ऐसी इफ्तार पार्टी का आयोजन कर रहे हैं।

टिकैत का कहना है कि अगर देश में लॉकडाउन लगा तो किसान प्रदर्शन फिर भी चालू रहेगा। कोविड दिशा-निर्देश प्रदर्शन पर बैठकर फॉलो किए जाएँगे। इसके अलावा बीते दिनों किसान नेता राकेश टिकैत ने जम्मू जाने के दौरान कहा था कि कोरोना नियमों का पालन करते हुए आंदोलन को जारी रखा जाएगा। ये कोई शाहीनबाग नहीं है, जिसे कोरोना वायरस के नाम पर खत्म किया जा सकता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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