प्रयागराज के एक अस्पताल में एक कोरोना मरीज को भर्ती कराने के लिए बेड नहीं मिला तो उसके परिजनों ने एक डॉक्टर की ही पिटाई कर डाली, जिसके बाद विरोधस्वरूप अन्य डॉक्टर भी हड़ताल पर चले गए। ये बवाल उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कोविड-19 लेवल थ्री स्वरूपरानी अस्पताल (SRN Hospital) में हुआ। शुक्रवार (अप्रैल 23, 2021) को तड़के सुबह 3 बजे कोरोना संक्रमित मरीज के परिजनों और डॉक्टर के बीच झड़प हुई।
कोरोना पीड़ित एक बुजुर्ग महिला थी, जिनकी मौत हो गई। इसके बाद गुस्साए बेटे जुल्फिकार ने एक डॉक्टर की पिटाई कर दी। जुल्फिकार प्रतापगढ़ में बतौर इंस्पेक्टर तैनात है। हालाँकि, अपने डॉक्टर को पिटते देख कर अस्पताल के बाकी कर्मचारी भी उग्र हो गए और उन्होंने इंस्पेक्टर जुल्फिकार की भी जम कर पिटाई की, जिससे वो अधमरा हो गया। वरिष्ठ अधिकारियों ने उक्त इंस्पेक्टर को सस्पेंड करने का आश्वासन दिया है।
इंस्पेक्टर के साथ उसके दो अन्य भाई भी डॉक्टर की पिटाई में शामिल थे। अस्पताल कर्मियों ने उनकी भी धुनाई की। इसके बाद डॉक्टर और मेडिकल कर्मियों ने हड़ताल कर दिया, जिससे अस्पताल में हाहाकार मच गया। उत्तर प्रदेश में फ़िलहाल कोरोना के 2,59,810 मामले हैं, जिनमें से 16,988 (6.53%) प्रयागराज में ही हैं। लखनऊ में 54,967 (21.15%) सक्रिय मामलों के बाद राज्य में प्रयागराज का ही स्थान है।
इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुँचे और उन्होंने आक्रोशित डॉक्टरों को शांत कराया। इंस्पेक्टर को तत्काल सस्पेंड कर के उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर त्वरित विधिक कार्रवाई करने का आश्वासन वरिष्ठ अधिकारियों ने दिया, लेकिन इसके बाद भी जूनियर डॉक्टर नहीं माने और हड़ताल जारी रखा। सुबह से ही अस्पताल में मरीजों की हालत खराब है और व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई है।
प्रयागराज के कोविड L-3 एसआरएन अस्पताल में बेड खाली न होने पर भर्ती करने से इंकार पर डाक्टरों से मारपीट..
— Devvesh Pandey | देवेश पांडेय | دیویش پانڈے۔ (@iamdevv23) April 23, 2021
कोविड वार्ड-2 में कार्यरत डॉक्टर से मारपीट.., रात लगभग 3 बजे भर्ती कराने पहुंचे थे तीमारदार..
पुलिस ने उपद्रवियों को हिरासत में लिया.., डॉक्टरों ने कामकाज किया ठप pic.twitter.com/oZ17u6FUVH
इंस्पेक्टर जुल्फिकार की अम्मी अप्रैल 18 से ही अस्पताल में भर्ती थीं और कोरोना पॉजिटिव आने के कारण उन्हें कोविड वॉर्ड में भर्ती कर दिया गया। जबकि इंस्पेक्टर अपनी अम्मी के लिए बेहतर वॉर्ड में बेड चाहता था। इसी बात को लेकर डॉक्टर के साथ बहस हुई और जुल्फिकार समेत तीनों भाइयों ने मिल कर डॉक्टर को ग्लूकोज चढ़ाने वाले स्टैंड से इतना मारा कि उनका सिर फट गया। IG केपी सिंह स्थिति को नियंत्रित करने में लगे हुए हैं।
अस्पताल के EMO डॉक्टर सूर्यभान कुशवाहा समेत सभी डॉक्टरों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की माँग की। डॉक्टरों का कहना है कि कोविड-19 संक्रमण के दौर में वे लोग अपनी जान की परवाह न करते हुए काम कर रहे हैं, लेकिन तीमारदारों द्वारा जिस तरह मारपीट की जा रही है, इससे उनमें भय का माहौल पैदा हो रहा है। सिटी एसपी दिनेश सिंह भी कई थानों की पुलिस के साथ मौके पर हैं। डॉक्टरों का कहना है कि 4 पुलिसकर्मी मौके पर थे, जिन्होंने डॉक्टर को नहीं बचाया।