COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के नाम पर एक शादी समारोह में बदसलूकी और असभ्य भाषा का प्रयोग करने वाले पश्चिमी त्रिपुरा के DM शैलेश कुमार यादव को सस्पेंड कर दिया गया है। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने इस मामले पर संज्ञान लिया था। राज्य के भाजपा विधायकों ने भी मुख्य सचिव मनोज कुमार को पत्र लिखकर DM शैलेश कुमार यादव के निलंबन की कार्रवाई करने की माँग की थी।
सोमवार (26 अप्रैल 2021) की रात DM शैलेश कुमार यादव ने कथित तौर पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन न करने पर दो मैरिज गार्डनों पर कार्रवाई की थी। इनमें से एक मैरिज हॉल का वीडियो वायरल हो गया। इस वीडियो में DM शैलेश यादव मैरिज हॉल में उपस्थित लोगों के साथ बदसलूकी करते देखे गए। DM के साथ पुलिसकर्मी भी थे।
वीडियो में DM को दूल्हे और बुजुर्ग पुरोहित के साथ भी बदसलूकी करते हुए देखा गया। DM पर आरोप था कि उन्होंने हॉल में उपस्थित लोगों के साथ मारपीट की और बुजुर्गों को भी नहीं छोड़ा। इसके अलावा DM शैलेश यादव ने गाली-गलौज करते हुए अपने ही द्वारा हस्ताक्षरित अनुमति आदेश की कॉपी को फाड़ दिया और नियमों के उल्लंघन की कार्रवाई करने की धमकी देने लगे।
विधायकों द्वारा मुख्य सचिव को लिखे पत्र में कहा गया था कि डीएम ने महिलाओं के साथ भी बदसलूकी की। उन्हें थाने ले जाया गया। हालाँकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया लेकिन विधायकों ने आरोप लगाया कि DM शैलेश यादव के साथ महिला पुलिसकर्मी नहीं थीं।
Agartala weddings (with only 30 people) were happening after DM gave permission & car passes. Yet there was a crackdown.
— Debashish Sarkar 🇮🇳 (@DebashishHiTs) April 27, 2021
Women were arrested at 1 am midnight. Children as young as 9 or 10 yrs were taken to police station.
Pls send this DM to Singhu or Ghazipur borders! pic.twitter.com/AohwbwpeIY
इस मामले पर DM शैलेश कुमार यादव की आलोचना होने के बाद उन्होंने माफी माँगी। उन्होंने कहा, “मेरी इस कार्रवाई से किसी को ठेस पहुँची हो तो मैं उसके लिए माफी माँगता हूँ। हालाँकि मैंने यह कार्रवाई लोगों और समाज की भलाई के लिए ही की। सरकार के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन कराने के लिए यह कार्रवाई की।”
हालाँकि विधायकों ने अपने पत्र में बताया है कि इन्हीं DM ने शादी के लिए अनुमति दी थी। इसी अनुमति के तहत 4-4 कार ले जाने और शादी समारोह में 50 लोगों के शामिल होने की बात कही गई थी। इस घटना पर मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने मुख्य सचिव मनोज कुमार से रिपोर्ट तलब की थी जिसके बाद अब पश्चिमी त्रिपुरा के DM शैलेश कुमार यादव को निलंबित कर दिया गया है।