लोकसभा चुनाव के इस मौसम में विवादित बयानबाजी अब आम हो चली है। इन हमलों में कॉन्ग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू का नाम भी शामिल है। मध्य प्रदेश के इंदौर में सिद्धू ने पीएम की गरिमा को तार-तार करते हुए उन्हें ‘दुल्हन के हाथों की खनकती चूड़ियाँ’ तक कह डाला। उन्होंने कहा, “मोदी जी उस दुल्हन की तरह हैं जो रोटी कम बेलती है और चूड़ियाँ ज़्यादा खनकाती है, ताकि मोहल्ले वालों को यह पता चले कि वो काम कर रही है। बस यही हुआ है मोदी सरकार में।”
सिद्धू ने यह कहकर पीएम मोदी पर काम कम करने और प्रचार ज़्यादा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “मोदी केवल झूठ बोल रहे हैं। प्रधानमंत्री और उनका पूरा कुनबा झूठा है।” सिद्धू इतने पर ही नहीं रुके और अपने तुकबंदी के अंदाज़ में बोले, “ना राम मिला, ना रोज़गार मिला, हर गली में मोबाइल चलाता एक बेरोज़गार मिला।”
Punjab Minister & Congress leader Navjot Singh Sidhu in Indore, MP: Modi Ji uss dulhan ki tarah hain jo roti kum baelti hai aur chudiyaan zada khankati hai taaki mohalle walon ko yeh pata chale ki woh kaam kar rahi hai. Bas yahi hua hai Modi sarkaar mein. pic.twitter.com/WOPJXbMm1x
— ANI (@ANI) May 11, 2019
ख़बर के अनुसार, सिद्धू ने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में कटाक्ष किया, “मैंने हीरो नम्बर वन, कुली नम्बर वन और बीवी नम्बर वन जैसी फिल्में देखी थीं। लेकिन इन दिनों मोदी की नई फ़िल्म आ रही है- फेंकू नम्बर वन।” उन्होंने कहा, “मैं उन्हें झूठा नंबर वन, डिवाइडर इन चीफ़ और अंबानी और अडानी का बिजनेस मैनेजर कहता हूँ।”
इससे पहले भी नवजोत सिंह सुद्धू ने पीएम मोदी पर हमलावर रुख़ अपना चुके हैं जिसमें उन्होंने मोदी के ख़िलाफ़ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी में उन्होंने प्रधानमंत्री पर “राफ़ेल विमान सौदे में पैसा बनाने” का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने यह आरोप भी लगाया था कि पीएम मोदी ने अमीरों को राष्ट्रीयकृत बैंकों को लूटने के बाद देश से भागने की अनुमति दी। इसी टिप्पणी पर भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी, जिसके परिणामस्वरूप सिद्धू को कारण बताओ नोटिस जारी हुआ था, साथ ही सिद्धू पर 72 घंटों के लिए प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
इससे पहले भी वो इंदौर में एक चुनावी रैली में पीएम मोदी पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप मढ़ चुके हैं। सिंधी कॉलोनी में चुनावी सभा में उन्होंने पीएम मोदी को चुनौती देते हुए कहा, “मोदी में दम है तो वह रोज़गार, नोटबंदी और जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ें। लेकिन वह लोगों को धर्म और जात-पात के नाम पर बाँटकर चुनाव लड़ रहे हैं।”
देश के प्रधानमंत्री को लेकर सिद्धू के मन में जो छवि है वो उनके शब्दों से साफ़ झलकती है। यह कहना ग़लत नहीं होगा कि पीएम मोदी को लेकर की गई टीका-टिप्पणी अनगिनत हैं। शायद ही ऐसा कोई दिन गुज़रता हो जिस दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निजी हमले न किए गए हों। बात अगर पीएम मोदी की करें तो वो अपने बयानों में भ्रष्टाचार जैसे विषयों को मुद्दा बनाते हैं और इसमें जो भी नाम शामिल होते हैं उन्हें उजागर करते हैं। लेकिन विपक्ष के पास तो कोई मुद्दा ही नहीं होता इसलिए वो अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने से नहीं चूकते। फिर चाहे उस अभद्र भाषा का इस्तेमाल उनकी माँ के लिए किया गया हो, उनकी धर्मपत्नी के लिए किया गया हो या फिर उनके परिवार के किसी अन्य सदस्यों को लेकर किया गया हो, उससे विपक्ष को कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता।