दिल्ली के द्वारका स्थित अम्ब्राही गाँव में एक टैक्सी ड्राइवर और उनकी पत्नी को गुरुवार (24 जून 2021) की रात अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। इसमें युवक की मौत हो गई, जबकि लड़की बुरी तरह से घायल हो गई है। दोनों ने पिछले वर्ष 13 अगस्त, 2020 में ही शादी की थी। जबकि दोनों का परिवार इसके सख्त खिलाफ था। शादी करने के बाद ही इस जोड़े ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर कर सुरक्षा देने की गुहार लगाई थी।
पुलिस ने बताया है कि करीब 6-7 लोग द्वारका के अम्ब्राही गाँव में दंपति के घर को तोड़ कर जबरन घुस गए थे। आरोपितों ने दोनों पर 10 राउंड फायर किया। इसमें 24 वर्षीय युवक को 4 गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। जबकि उनकी 19 वर्षीय पत्नी किरण इसमें गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। उनका दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में इलाज चल रहा है।
ऑनर किलिंग का खुलासा
जाँच के दौरान ‘ऑनर किलिंग’ का खुलासा हुआ है। जिस दिन दोनों ने शादी की थी, उसी दिन किरण की माँ ने खारखोदा पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण की एफआईआर दर्ज कराई थी। मामले में पुलिस ने किरण के परिवार को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक दंपति के वकील अभिमन्यु कलसी ने बताया, “उन्होंने (कपल) मुझसे मिल कर बताया था कि किरण का परिवार उन्हें शादी नहीं करने दे रहा है और जान से मारने की धमकी दे रहा है।”
हाई कोर्ट ने एसएसपी को दिया था निर्देश
19 अगस्त 2020 को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस राज मोहन सिंह ने सोनीपत के एसएसपी को याचिकाकर्ता के आरोपों की जाँच कर सच्चाई पता लगाने और उसे धमकी देने के मामले की जाँच का आदेश दिया था। कोर्ट ने जोड़े को सोनीपत के एसएसपी के समक्ष पेश होने को कहा था।
लड़के का परिवार शादी के लिए राजी था
एसएसपी को लिखे पत्र में किरण ने अपने परिवार से जान का खतरा होने का खुलासा किया था। उन्होंने लिखा था, “मेरा परिवार हमारे संबंध का विरोध करता है। मैंने अपनी इच्छा से घर से भागकर शादी की है। हम स्वतंत्र इच्छा से पति-पत्नी के रूप में रह रहे हैं।”
पत्र में यह भी बताया गया है कि विनय का परिवार शादी के लिए राजी था, लेकिन किरण की माँ और रिश्तेदार इसके खिलाफ थे। पत्र में किरण ने लिखा, “कृपया मेरे पति विनय और उनके परिवार की रक्षा करें, ताकि मेरे परिवार के सदस्य हमें नुकसान न पहुँचा सकें।”
इससे पहले राजस्थान में 20 जून 2021 को ऐसा ही मामला सामने आया था। वहाँ एक अंतरधार्मिक जोड़ा आर्य समाज मंदिर में शादी करने के बाद सुरक्षा माँगने के लिए 23 जून को अजमेर में कलेक्ट्रेट गया। लड़की के माता-पिता, जो कि मुस्लिम समुदाय से हैं, मकराना पुलिस के अधिकारियों के साथ अजमेर कलेक्ट्रेट पहुँचे और जबरदस्ती दंपति को अलग कर दिया। यही नहीं दलित समुदाय से आने वाले लड़के को गिरफ्तार भी कर लिया गया।