मुस्लिम समाज की भावनाएँ फिर से आहत हुई हैं। एमी विर्क नाम के पंजाबी सिंगर और एक्टर के साथ-साथ गीतकार जानी ने माफी माँगी है। कारण है गाने में एक शब्द का इस्तेमाल- ‘रसूल’।
एक फिल्म है सुफना। इसका एक गीत है ‘कबूल है’। इसी गीत में रसूल शब्द का इस्तेमाल किया गया है और यही लफड़े की वजह है। एक लड़की जसनूर ने रसूल शब्द पर आपत्ति जता दी। विवाद इतना बढ़ गया कि शाही मौलाना तक को बीच में आना पड़ा।
‘रसूल’ पर विरोध-प्रदर्शन और गिरफ्तारी की धमकी
लुधियाना में एक जामा मस्जिद है। यहाँ के शाही मौलाना हैं मुहम्मद उस्मान रहमानी। फिलहाल चर्चा में हैं। एमी विर्क नाम के पंजाबी सिंगर और एक्टर के साथ-साथ शाही मौलाना ने गीतकार जानी से भी माफी मँगवाई है।
शाही मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी के पास इस मामले को लेकर जसनूर ही गई थीं। जसनूर के अनुसार गाने में रसूल शब्द के कारण मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाएँ आहत हुई हैं। शाही मौलाना ने इस मामले को आगे बढ़ाते हुए पंजाब सरकार से एमी विर्क को गिरफ्तार करने की माँग की थी।
पंजाबी सिंगर और एक्टर एमी विर्क के साथ-साथ गीतकार जानी ने गिरफ्तारी या बवाल से बचने के लिए माफी वाला रास्ता चुना। पिंकी धालीवाल के साथ ये दोनों शाही मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी के पास गए। उनसे मिले और गलती के लिए माफी माँग ली।
शाही मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी से मिल कर इन लोगों ने स्पष्ट किया कि ‘सुफना’ फिल्म के गाने ‘कबूल है’ में ‘रसूल’ शब्द का इस्तेमाल अनजाने में किया गया। इन लोगों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि पूरी फिल्म बनाने की प्रक्रिया या फिल्म यूनिट में से किसी में भी धार्मिक भावनाएँ आहत करने की कोई मंशा नहीं थी।
एमी विर्क ने क्यों माँगी माफी?
आखिर क्यों सिंगर-एक्टर-गीतकार जैसी जानीमानी हस्ती को माफी माँगनी पड़ी? क्या मामला सिर्फ शाही मौलाना तक सीमित था? नहीं। इस मामले को लेकर पंजाब के मालेरकोटला, पटियाला और जालंधर तक में मुस्लिम समाज ने विरोध-प्रदर्शन किया था।
मुस्लिम समाज की नाराजगी से फिल्म/कंटेंट इंडस्ट्री के लोगों के डरने और माफी माँगने की प्रक्रिया नई नहीं है। ‘मुहम्मद दी मेसेंजर ऑफ गॉड’ (Muhammad: The Messenger of God) नाम की फिल्म को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने तो पिछले साल YouTube, फेसबुक, Instagram सब जगह बैन करने के लिए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री को पत्र लिखा था।
BBC का तो नाम आपने सुना ही होगा। वही BBC जो हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर कार्टून छापता है। न कभी माफी माँगता है, न कभी इन कार्टूनों को डिलीट करता है। फरवरी 2021 का महीना BBC के लिए थोड़ा चेंज लेकर आया था। माफी माँगी थी इसने… लेकिन पैगंबर मोहम्मद के नाम पर। शायद शार्ली हेब्दो याद आ गया होगा।