Friday, May 10, 2024
Homeराजनीति'असम के अधिकतर मुस्लिम धर्मांतरित, उनके हिन्दू पूर्वज नहीं खाते थे बीफ': बोले CM...

‘असम के अधिकतर मुस्लिम धर्मांतरित, उनके हिन्दू पूर्वज नहीं खाते थे बीफ’: बोले CM हिमंता बिस्वा सरमा – मेरे फैसले से वो खुश

उन्होंने कहा कि वो असम के मुस्लिमों को हमेशा याद दिलाते हैं कि आपके पूर्वज बीफ नहीं खाया करते थे, आप कम से कम इसके इस्तेमाल को तो बढ़ावा मत दो।

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि राज्य के अधिकतर मुस्लिम धर्मांतरित हैं, जिनके पूर्वज हिन्दू थे और बीफ नहीं खाते थे। ‘इंडिया टुडे कन्क्लेव’ में उन्होंने असम में अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान पर भी बात की। उन्होंने कहा कि असम में कोई ‘हेट नैरेटिव’ नहीं है और एक विरल वीडियो में लाश पर कूदते दिख रहे व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया। उन्होंने कहा कि असम के अधिकतर लोग मानते हैं कि बांग्लादेश के मुस्लिमों ने घुसपैठ कर के अतिक्रमण किया।

उन्होंने कहा कि वो असम के मुस्लिमों को हमेशा याद दिलाते हैं कि आपके पूर्वज बीफ नहीं खाया करते थे, आप कम से कम इसके इस्तेमाल को तो बढ़ावा मत दो। उन्होंने ध्यान दिलाया कि इस देश में कई लोग परंपरा की बात करने पर नाराज हो जाते हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमांत बिस्वा सरमा ने कहा कि अधिकार हमारी सभ्यता के मूल्यों से ही निकले हैं, ऐसे में इसे स्वतंत्र नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए।

उन्होंने धार्मिक स्थलों के 5 किलोमीटर के दायरे में बीफ को प्रतिबंधित किए जाने के फैसले का भी बचाव करते हुए कहा कि मुस्लिम इस निर्णय से खुश हैं और इससे आपसी सौहार्द में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने पूछा कि क्या आपने बीफ खाने के नए नियमों पर असम में किसी मुस्लिम संगठन का विरोध देखा है? साथ ही कहा कि इस फैसले के खिलाफ जो विरोध हो रहा है, वो लेफ्ट लिबरलों द्वारा किया जा रहा है।

‘इंडिया टुडे कन्क्लेव’ में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा

NRC पर भी उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इसे लागू किया गया। उन्होंने कहा कि इस फैसले से कोई सांप्रदायिक तनाव नहीं होगा, इसे सांप्रदायिक तनाव को कम करने के लिए लाया गया है। उन्होंने कहा कि 77,000 एकड़ जमीन पर किसी 1000 परिवार का कब्जा नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि 2 एकड़ के हिसाब से इनके पास 2000 एकड़ होना चाहिए, लेकिन बाकी के 75,000 एकड़ का क्या?

प्रियंका गाँधी के झाड़ू लगाने की तस्वीरों पर उन्होंने कहा, “प्रियंका के द्वारा फर्श पर झाड़ू लगाने को देशव्यापी मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है? इसे जश्न की तरह क्यों दिखाया जा रहा है? मेरी माँ भी घर में झाड़ू लगाती है। लाखों भारतीय अपने घरों में यह काम करते हैं।” उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बीजेपी को मियाँ वोट नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं उनके पास वोट के लिए नहीं जाता और वे भी मेरे पास नहीं आते हैं।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

खुद के हाथ-पैर नहीं, फिर भी बने दिव्यांगों की आवाज… मोदी सरकार ने पद्म पुरस्कारों को ‘कोठरी’ से किया मुक्त, हौसलों की कहानी से...

पोलियों के कारण मात्र 11 महीने की उम्र में अपने हाथ-पाँव गँवाने वाले डॉ केएस राजन्ना ने अपने जीवन में कई दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाया है।

‘अयोध्या राम मंदिर से हटेगी रामलला की मूर्ति’: कॉन्ग्रेस का विधिवत ऐलान- सरकार बनते ही ‘शुद्धिकरण’, PM मोदी ने ‘बाबरी ताला’ पर किया...

नाना पटोले ने फिर से ये झूठ फैलाया कि चारों शंकराचार्यों ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार कर दिया था। कहा - राम मंदिर का करेंगे शुद्धिकरण।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -