उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पूरा विश्वास है कि भाजपा 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में दोबारा सत्ता में लौटेगी। अब जब उत्तराखंड ने अपने गठन के 21 वर्ष पूरे कर लिए हैं, यहाँ अब तक कोई भी दल लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं लौटा है। पिछले कुछ महीने में यहाँ जनता ने 3 मुख्यमंत्रियों का चेहरा देख लिया है, जबकि भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है। 4 वर्षों के कार्यकाल में त्रिवेंद्र सिंह रावत से संतों व जनता की नाराजगी के कारण तीर्थ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया था।
लेकिन, तीरथ सिंह रावत ये नाराजगी दूर नहीं कर पाए और उनके बयान विवादों का विषय बने सो अलग। उनसे 4 महीने में ही इस्तीफा ले लिया गया और युवा पुष्कर सिंह धामी को पहाड़ी प्रदेश की कमान मुश्किल समय में सौंपी गई। उत्तर प्रदेश से काट कर उत्तराखंड के गठन के 21 वर्ष पूरे होने के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘न्यूज़ 18’ को दिए गए इंटरव्यू में कहा है कि पिछले दो दशकों में राज्य में काफी विकास हुआ है और केंद्र में अटल बिहार वाजपेयी की सरकार के दौरान ‘प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना’ से गाँवों तक सड़कें पहुँचीं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे केदारनाथ के हालिया दौरे में पीएम मोदी ने कहा कि ये दौर उत्तराखंड का है। उन्होंने पहाड़ों तक रेल कनेक्टिविटी का जिक्र करते हुए कहा कि सीमावर्ती इलाकों पर खास ध्यान दिया जा रहा है उन्हें पूरा विश्वास है कि 25 वर्ष पूरा करने तक उत्तराखंड कई बड़े पड़ावों को पार करेगा। 21 वर्षों में 11 मुख्यमंत्री देखने और भाजपा द्वारा 3 मुख्यमंत्री बदलने पर सीएम धामी ने कहा कि इससे विकास कार्यों की प्रगति या निरंतरता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है और वो विकास कार्यों को तेज़ करने की अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ कोशिश कर रहे हैं। उनके लिए कम समय बचने पर सीएम धामी ने कहा कि चुनौती भी एक तरह का मौका ही होता है। उन्होंने कहा कि वो भले ही वनडे मैच के बचे हुए 10 ओवर ही खेल रहे हों, लेकिन वो लक्ष्य को प्राप्त करेंगे और चुनाव बाद सत्ता में वापसी करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मतदाता अंपायर की भाँति सब देख रहे हैं और वो उनके काम का विश्लेषण कर के नतीजा तय करेंगे।
उन्होंने विश्वास जताया कि न सिर्फ उत्तराखंड आगे बढ़ेगा, 2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा जीतेगी और सत्ता में लौटेगी। किसी भी सरकार के लगातार सत्ता में दोबारा न लौटने के उत्तराखंड के इतिहास को लेकर उन्होंने कहा कि हमलोग इस क्रम को तोड़ने में कामयाब होंगे और उत्तराखंड भाजपा को एक और मौका देकर एक नया इतिहास बनाएगा। हालिया उपचुनाव में पड़ोसी हिमाचल प्रदेश की चारों विधानसभा सीटें व एक लोकसभा सीट कॉन्ग्रेस के खाते में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा भी तो हमारे पड़ोसी हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “किसान आंदोलन के बावजूद यूपी-हरियाणा में भाजपा ने अच्छा किया। मुझे विश्वास है कि हिमाचल प्रदेश की हार पर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ज़रूर मंथन कर रहा होगा। उत्तराखंड में कॉन्ग्रेस को हम एक राजनीतिक ताकत के रूप में नहीं देखते। वो द्वेषपूर्ण आंतरिक कलह से जूझ रहे हैं, जो आने वाले दिनों में और स्पष्ट दिखेगा। भाजपा में हम राज्य को आगे ले जाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। मुझे हर तरफ से समर्थन मिल रहा हूँ। मुझे वरिष्ठ नेताओं का मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है।”
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने कहा कि वो वरिष्ठों और मार्गदर्शकों को पूरा सम्मान देते हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता पार्टी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित शीर्ष आलाकमान का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसकी उन्हें समझ है। पिछले विधानसभा चुनाव में 57 सीटें जीतने वाली भाजपा के ‘अबकी बार, 60 पार’ के नारे पर उन्होंने कहा कि वो जहाँ भी जा रहे हैं, लोग उनका स्वागत आशा और ऊर्जा के साथ करते हैं।
उन्होंने कहा, “इस राज्य में फौजियों के परिवारों की संख्या ज्यादा है, वो सेवा में हों या सेवानिवृत्त हों। मैं भी एक फौजी का बेटा हूँ। फौजियों के परिवारों का भाजपा से एक अलग जुड़ाव है। फौजियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई योजनाएँ लॉन्च की हैं। केंद्र सरकार का समर्थन पूरा रहा है। लोग इसे जाते हैं, इसीलिए हम बड़े बहुमत के प्रति आशावान हैं। पार्टी टिकट को लेकर फ़िलहाल कोई सवाल नहीं है। ऐसे मामलों पर राष्ट्रीय नेतृत्व निर्णय लेता है। मैं फ़िलहाल राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर रहा हूँ।”
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘देवस्थानम एक्ट’ को लेकर कहा कि वरिष्ठ नेता मनोहर कांत ध्यानी के नेतृत्व में एक समिति बनाई गई है, जिसने अपनी अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी है और अब अंतिम रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी हितधारकों से विचार-विमर्श कर के ही अंतिम फैसला होगा। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बतौर सीएम पहली बार शामिल होने के अनुभव पर उन्होंने बताया कि उन्होंने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रस्ताव का समर्थन किया और उत्तराखंड में केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की प्रगति के विषय में बात की।